लाइफस्टाइल
दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जा रहे हैं तो भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां
Jan 19, 2023, 06:00 am
हर देश के अपने सामाजिक नियम और शिष्टाचार होते हैं। उनका नागरिकों और पर्यटकों को समान रूप से पालन करना चाहिए।
दक्षिण कोरिया के भी कुछ नियम है और उनका पालन करना देश के लिए सम्मान का प्रतीक होता है।
अगर आप दक्षिण कोरिया में छुट्टियां बिताने या फिर लंबे समय तक रहने की योजना बना रहे हैं तो आइए आज हम आपको पांच ऐसी गलतियां बताते हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए।
अपने जूते उतारना न भूलें
यदि आप चर्च, मंदिर, स्कूल या लोगों के घरों में प्रवेश करते समय अपने जूते उतारना भूल जाते हैं तो समझ जाइए कि आप उनका अनादर कर रहे हैं।
कोरियाई लोगों के बीच इन जगहों के अंदर जूते पहनना सम्मान न करने का प्रतीक माना जाता है।
कोरियाई लोग गंदा फर्श पसंद नहीं करते। वह उस पर बैठते और अक्सर सोते हैं। वो फर्श के साथ एक विशेष बंधन साझा करते हैं।
चॉपस्टिक्स पर नहीं लगे रहने चाहिए चावल
दक्षिण कोरिया में खाने के कटोरे के अंदर चॉपस्टिक्स पर चावल लगे छोड़ना अशुभ माना जाता है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह अंतिम संस्कार के दौरान किसी की मौत के बाद अर्थी पर जलाई गई अगरबत्ती के समान लगता है।
ऐसे में आपको वहां पर ऐसा करने से बचना चाहिए और इसकी बजाय चॉपस्टिक्स को कटोरे के किनारे पर टिशू से पोछकर ही रखें।
कुछ लेने या देने के लिए एक हाथ का इस्तेमाल न करें
गिफ्ट, व्यवसाय कार्ड या लोगों के साथ अभिवादन का आदान-प्रदान करने के लिए एक हाथ का उपयोग करना भी कोरियाई लोग पसंद नहीं करते हैं।
दक्षिण कोरिया में इन चीजों के लिए दोनों हाथों का उपयोग किया जाता है। इसका कारण है कि वहां पर इसे सम्मान का प्रतीक माना जाता है।
इसके अतिरिक्त हाथ मिलाते समय या तो दोनों हाथों का इस्तेमाल करें या कम से कम अपने दूसरे हाथ से अपनी कलाई को पकड़ें।
बड़ों से पहले खाना शुरू न करें
अपने बड़ों के खाने से पहले भोजन करना भी अपमानजनक और खराब टेबल मेनर माना जाता है।
यहां तक कि अगर आपको बहुत तेज भूख भी लगी हो तो अपने बड़ों के खाने तक इंतजार करें।
यह तरीका अपने बड़ों के प्रति सम्मान दिखाना होता है। अगर आप दक्षिण कोरिया में किसी के घर जा रहे हैं तो इस तरीके का खुद भी पालन करें।
सार्वजनिक जगहों पर जोर से न बोलें
दक्षिण कोरिया में सार्वजनिक जगहों पर जोर से बोलने की गलती न करें।
बस, मेट्रो, रेस्टोरेंट या सबवे जैसी जगहों को में जोर-जोर से बोलने को असभ्य माना जाता है।
दरअसल, कोरियाई लोग अक्सर काम की थकान होने पर मेट्रो या बस में आराम करते हैं और ऐसे में अगर आप तेज बोलेंगे तो उनके आराम में खलल पड़ सकता है।
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