गाजीपुर27 मिनट पहले
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गाजीपुर में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का लोकसभा प्रवास कार्यक्रम के तहत आगमन हो रहा है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 20 जनवरी को सुबह 11:40 बजे वाराणसी से हेलीकाप्टर के जरिये गाजीपुर पुलिस लाइन पहुंचेंगे। जहां से वो कुर्था गांव स्थित पवहारी बाबा के आश्रम जाएंगे। जेपी नड्डा पवहारी बाबा आश्रम में दर्शन पूजन करेंगे और आश्रम में ही बीजेपी बूथ अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा आईटीआई मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित भी करेंगे। जेपी नड्डा के कार्यक्रम को लेकर गाजीपुर में तैयारियां तेज है। गाजीपुर में जेपी नड्डा का ये दौरा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के चुनावी अभियान का आगाज माना जा रहा है।
पवहारी बाबा की प्रतिमा।
पवहारी बाबा के आश्रम का बड़ा महत्व
जिस पवहारी बाबा आश्रम से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा लोकसभा के चुनावी अभियान का आगाज करने वाले हैं। उस तपोस्थली का काफी महत्व है। अलौकिक शक्तियों के धनी संत पवहारी बाबा तप, योग, विनम्रता, शिष्टता और मानव कल्याण के साक्षात प्रतिमूर्ति माने जाते है। उनकी आध्यात्मिक साधना का केंद्र गाजीपुर का गंगा के तट पर बसे कुर्था गांव स्थित आश्रम आज भी उनकी तपस्थली के रूप में विख्यात है।
दो दिन तक कोलकाता में रामकृष्ण परमहंस की कुटिया में रुके थे
पवहारी बाबा आश्रम के पुजारी और उनके सगे बड़े भाई के 5वीं पीढ़ी के वंशज अमरनाथ तिवारी बताते है कि 18 वर्ष की आयु में भारत भ्रमण के दौरान बाबा दो दिन तक कोलकाता में रामकृष्ण परमहंस की कुटिया में रुके थे। यही कारण रहा कि जब स्वामी विवेकानंद भारत भ्रमण पर निकले तो अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस से पूछा था कि कोई ऐसा मनीषी है, जिसे मिला जाए। तब रामकृष्ण ने पवहारी बाबा का नाम लिया था।
पवहारी बाबा के आश्रम में जेपी नड्डा के आने को लेकर तैयारी जारी।
जौनपुर के रहने वाले थे पवहारी बाबा
पवहारी बाबा से मिलने के लिए स्वामी विवेकानंद को गाजीपुर आना पड़ा था। पवहारी बाबा से आशीष और प्रेरणा लेने के बाद ही वह शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में सम्मिलित हुए थे। पवहारी बाबा का जन्म वर्ष 1840 में जौनपुर के प्रेमपुर में अयोध्या तिवारी के घर हुआ था। उनके बचपन का नाम हरभजन दास था।
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