Publish Date: | Tue, 29 Nov 2022 12:12 PM (IST)
अंबिकापुर। अंबिकापुर शहर की निगरानी अब हाइटेक तरीके से होने वाली है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है। पुलिस कंट्रोल रूम में बड़ी एलइडी लगाई गई है। सभी कैमरों की तस्वीर यहां आ रही है। कर्मचारी लगातार इन तस्वीरों की निगरानी कर रहे हैं। संदिग्ध वाहनों की पहचान करने में मदद मिलेगी, साथ ही असामाजिक और अपराधिक घटनाओं में शामिल लोगों की पहचान में भी ये मददगार साबित होंगे।
सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि सड़क सुरक्षा के अलावा शहर सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए हम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक निगरानी केंद्र बना रहे हैं। शहर में 100 से भी अधिक कैमरे को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़कर पुलिस कंट्रोल रूम में इसका लाइव प्रसारण देख रहे हैं। शहर में तेज गति से वाहन चलाने और नियमों की अनदेखी करने वाले भी इस व्यवस्था से पकड़ में आएंगे। प्रमुख चौक—चौराहों पर ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं जिससे वाहनों का नंबर प्लेट भी कैमरे में आ जाएगा।
हिट एंड रन के केस में भी यह अत्याधुनिक केंद्र आरोपित की पहचान सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगा। इससे अपराधी और असामाजिक तत्वों में भी मनोविज्ञानी दबाव बना रहेगा। तेज गति से वाहन चलाने वाले भी सतर्क होंगे। यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों को भी आसानी से पकड़ा जा सकेगा। इससे सड़क सुरक्षा को बल मिलेगा और दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।उन्होंने बताया कि एक-दो माह के भीतर यह व्यवस्था पूर्ण हो जाएगी। इसके पूर्व जिले में हुई कई अपराधिक घटनाओं में सांलिप्त आरोपितों की पहचान सीसी कैमरों के माध्यम से ही हुई थी।
इस बार एनपीआर कैमरे होने से संबंधित वाहन का नंबर प्लेट भी सामने आ जाएगा।इससे पुलिस का काम भी आसान होगा। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं में कमी के लिए सरगुजा पुलिस योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है। सड़क सुरक्षा को लेकर जनजागरूकता के लिए सरगुजा पुलिस की ओर से पथ सुरक्षा जीवन रक्षा अभियान चलाया जा रहा है दूसरी ओर यातायात नियमों की अनदेखी पर सख्त वैधानिक कार्रवाई भी की जा रही है।
सड़क सुरक्षा को लेकर अच्छी बात यह है कि सरगुजा में ब्लैक स्पाट की संख्या में कमी आई है।ये ब्लाक स्पाट भी निर्माणाधीन सड़कों पर चिन्हांकित है।जब सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाएगा तो ब्लैक स्पाट की संख्या में भी कमी आना तय माना जा रहा है। सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि सरगुजा से होकर तीन राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरी है। इसके अलावा राजकीय राजमार्ग और ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें भी है। सड़क सुरक्षा के लिए रोड इंजीनियरिंग में आवश्यकता के अनुरूप संकेतक लगाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि सरगुजा में होने वाली प्रत्येक दुर्घटना की समीक्षा होती है। संबंधित क्षेत्र के एसडीएम,एसडीओपी के साथ सड़क निर्माण एजेंसी के अधिकारी इसका विश्लेषण करते है।
इसके लिए विशेष रिपोर्टिंग की जाती है। इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस(आईआरएडी) में प्रत्येक दुर्घटना की विस्तृत जानकारी,फोटोग्राफ्स अपलोड होते है।दुर्घटना के कारणों में जाकर उसे दूर किया जा रहा है। सरगुजा के लिए अच्छी बात यह है कि जिन सड़कों का निर्माण पूर्ण हो चुका है उसमें ब्लैक स्पाट की संख्या नहीं के बराबर है।तीन वर्षों के दुर्घटना के आंकड़ों को लेकर ब्लैक स्पाट निर्धारित किया जाता है।
सिर्फ निर्माणाधीन सड़कों पर ब्लैक स्पाट होने से सड़क की तकनीकी खामियों को भी दूर किया जा रहा है। जरूरत के हिसाब से वाहन चालकों को सजग व सतर्क करने ब्लैक स्पाट के आसपास सुरक्षा उपाय और संकेतकों की भी व्यवस्था कर दी गई है।पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि आपात स्थिति में हमारे पास तीन हाइवे पेट्रोलिंग वाहनें है जिसकी सेवाएं 24 गुणा सात के तहत दी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरगुजा जिले में पुलिस ने पथ सुरक्षा जीवन रक्षा के नाम से अभियान भी शुरू किया है इस अभियान के तहत स्कूल कॉलेज में जाकर पुलिस की टीम यातायात नियमों की जानकारी देकर जागरूक करने में लगी हुई है। नाबालिगों को वाहन न देने अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है। यातायात नियमों की जानकारी होने से भी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई भी हो रही है। अपराध भी पंजीबद्ध किया जा रहा है पुलिस का प्रयास होता है कि इन मामलों का निराकरण 30 से 40 दिन के भीतर करा दिया जाए। पुलिस की ओर से लापरवाह वाहन चालकों का लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया भी आरंभ की गई है।
बेतरतीब वाहन खड़ी करने वाले चालकों पर अब सीधे एफआइआर
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि सरगुजा जिले की सड़कों पर बेतरतीब ढंग से खड़ी रहने वाली वाहनों के खिलाफ भी अब जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। चालकों के विरुद्ध अपराध भी दर्ज हो रहा है। ऐसे वाहनों से भी दुर्घटनाएं होती हैं चालकों के नशे में होने से भी दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। वाहन चालकों को समझाइश देने के अलावा लगातार अभियान चलाकर ऐसे वाहन चालकों की पहचान भी सुनिश्चित की जा रही है।
सड़क सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पुलिस की ओर से पूरा प्रयास जारी है। सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी प्रक्रियाओं की भी जानकारी दी जा रही है। दोपहिया में तीन सवारी न चलने,तेज गति से वाहन न चलाने,हेलमेट लगाने तथा चार पहिया में सीट बेल्ट का उपयोग करने लगातार लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post