मंदसौर36 मिनट पहले
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मंदसौर जिले में समय पर नही मिलने से किसानों की ख़बर को DB भास्कर ने प्रमुखता से दिखाया था। किसानों को पीएसओ मशीन से खाद का वितरण किया जा रहा था। सर्वे में आ रही तकनीकी समस्या से किसानों को उर्वरक समय पर नहीं मिल रहा था। किसानों को तीन से चार दिन तक कतार में खड़ा होकर लेना पड़ रहा था। सर्वर की समस्या होने पर अब किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा।
कलेक्टर गौतम सिंह ने शुक्रवार को कृषि अधिकारियों के साथ बैठक कर सर्वर डाउन होने की समस्या होने पर ऑफलाइन खाद वितरण करने के निर्देश कृषि अधिकारियों को दिए है। पीएसओ मशीन में तकनीकी समस्या या सर्वर डाउन होने की स्थिति में कृषकों से आधार और मूल भू-अधिकार पुस्तिका प्राप्त कर ऑफलाइन उर्वरक विक्रय करने के निर्देश दिए है।
निगरानी के लिए कंट्रोल बनाया, पर्याप्त उर्वरक का दावा
प्रशासन ने जिले में पर्याप्त उर्वरक होने का दावा किया है। जिले में 2771 में टन यूरिया, 1766 में टन डी.ए.पी., 2129 मे.टन एनपीकेएस और 11501 में.टन एसएसपी उपलब्ध होने का दावा किया गया हैं। वहीं दलौदा में यूरिया की रैक लगने से 1350 में. टन यूरिया सहकारी और निजी क्षेत्र में प्राप्त होगा। इसके बाद एक रेक यूरिया रैक नीमच में इफको की लगाना है। इससे 1500 मे.टन यूरिया मिलेगा। बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उर्वरक विक्रय केन्द्रों पर प्रतिदिन भ्रमण और सतत् निगरानी रखी जाए। उर्वरक वितरण पर नजर रखने के लिए अपर कलेक्टर की निगरानी में कन्ट्रोल रुम की स्थापना कलेक्ट्रेट में की गई है।
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