अमेरिका में पढ़ाई के मामले में भारत जल्द China को पीछे छोड़ने वाला है. लेटेस्ट रिपोर्ट में USA में Indian Students की बढ़ती संख्या को लेकर ये दावा किया गया है.
Image Credit source: AFP
बात जब पढ़ाई या नौकरी की होती है तो अमेरिका हमेशा भारतीयों की पहली पसंद होता है. इस चाहत का नतीजा ये है कि आज America में भारतीय छात्रों की संख्या सबसे ज्यादा हो चुकी है. हालांकि China अभी भी हमसे थोड़ा आगे है. लेकिन कुछ महीने में ही हम स्टडी इन यूएस के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ देंगे. Open Doors Report 2022 में ये दावा किया गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार बीते एक दशक में Study in US ऑप्ट करने वाले इंडियन स्टूडेंट्स की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ी है. अमेरिका में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की बात करें, तो भारतीय छात्रों की भागीदारी 11.8% से बढ़कर 21 फीसदी हो चुकी है.
वहीं अगर चीन की बात की जाए तो USA में Chinese स्टूडेंट्स की भागीदारी 31 फीसदी है. यानी भारत से 10 फीसदी ज्यादा. लेकिन अमेरिका में चीन के स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने का दर बहुत ही कम है. 2012-13 में जहां यूएस में चीनी छात्रों की भागीदारी 29% थी. अब 10 साल बाद सिर्फ 2 फीसदी बढ़कर 31% है. जबकि भारत ने 10 साल में 9.2% की बढ़ोतरी दर्ज की है.
2023 में ही चीन को पीछे छोड़ देगा भारत!
Study in America की लालसा एकतरफा नहीं है. अगर भारतीय स्टूडेंट्स अमेरिका जाकर पढ़ना पसंद करते हैं, तो यूएस भी उन्हें प्राथमिकता दे रहा है. इसी साल सिर्फ जून से अगस्त के बीच अमेरिका ने 82 हजार भारतीय छात्रों को US Visa दिया है. 2021-22 में ये संख्या 62 हजार थी.
खुद दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के मिनिस्टर काउंसलर डॉन हेफ्लिन ने ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि भारतीय स्टूडेंट्स ने अमेरिका में मास्टर डिग्री प्रोग्राम्स के लिए बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन कराए हैं.
ओपन डोर्स रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में अमेरिका में पढ़ने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या 9.48 लाख रही. 2020-21 में ये 9.14 लाख थी. ज्यादातर देशों के स्टूडेंट्स के लिए विदेश में पढ़ाई के मामले में यूएस पहली पसंद है. लेकिन फिलहाल अमेरिका में जितने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स हैं, उनमें से 52 फीसदी सिर्फ चीन और भारत से हैं. भारत से 1,99,182 स्टूडेंट्स हैं. 10 साल पहले ये संख्या 96,654 थी.
क्या है Open Doors Report?
ये रिपोर्ट यूनाइटेड स्टेट्स में इंटरनेशनल एक्सचेंज का ब्यौरा देती है. इसे यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट द्वारा स्पॉन्सर किया जाता है. जबकि सर्वे करके रिपोर्ट तैयार करने का काम एक नॉन प्रॉफिट संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन यानी IIE ने किया है.
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post