तेजी से डेवलप होती टेक्नोलॉजी के जमाने में अब ऐसी सर्विसेज का दौर आने वाला है, जिसकी लोगों ने कभी कल्पना भी नहीं की थी. अब हम अपने फोन पर ही बिना डेटा खर्च किए 200 से ज्यादा चैनल हाई क्वालिटी फिल्म देख सकेंगे.
यह रोचक सुविधा लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रसार भारती ने आईआईटी कानपुर के साथ हाथ मिलाया है. इस सर्विस को डायरेक्ट-टू-मोबाइल ब्रॉडकास्ट नाम दिया गया है.
भारत के सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने मंगलवार को मुंबई में फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक 2022 के उद्घाटन सत्र के दौरान इस बारे में बताया. उन्होंने कहा कि 5-जी के आने से डायरेक्ट-टू-मोबाइल प्रसारण का एक और अवसर सामने आ गया है.
अपूर्व चंद्रा ने कहा कि भारतीय नागरिक जल्द ही अपने मोबाइल फोन पर हाई क्वालिटी फिल्म और मनोरंजन संबंधी कंटेंट देख सकेंगे और इसके लिए उन्हें किसी तरह के डेटा की खपत भी नहीं करनी होगी.
उन्होंने आगे कहा कि भारत में हम इस बारे में कभी नहीं सोचते की हमारा कितना डेटा खर्च हो रहा है. इसका कारण यह है कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में डेटा बहुत सस्ता है. इससे मीडिया और मनोरंजन से जुड़े बिजनेस के लिए बड़े अवसर सामने आए हैं.
चंद्रा ने कहा कि आने वाले तीन से चार साल में बड़े स्तर पर बदलाव होने जा रहे हैं. इस डेवलपमेंट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रसार भारती, आईआईटी कानपुर की मदद से एक प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट लेकर आया है.
सूचना एवं प्रसारण सचिव ने इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा रोजगार पैदा करने में मीडिया और मनोरंजन कौशल परिषद के महत्व का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कई लोग अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कंटेंट देख रहे हैं. इसके लिए कंटेंट जनरेट करने की स्पीड में भी बढ़ोतरी हुई है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरियां मिल रही हैं. इसमें मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल्स काउंसिल की बड़ी भूमिका है, क्योंकि स्किलिंग अधिक रोजगार सृजित करने में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है.
चंद्रा ने आगे कहा कि 2021 में मीडिया में आत्मानिर्भर भारत को बढ़ावा देने और अगली पीढ़ी के प्रसारण समाधान डेवलप करने के लिए प्रसार भारती और IIT कानपुर के बीच एक समझौते पर सहमति बनी है.
क्या है डायरेक्ट-टू-मोबाइल टेक्नोलॉजी ?
डायरेक्ट-टू-मोबाइल टेक्नोलॉजी ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट पर आधारित है. इसके उपयोग से मोबाइल फोन में स्थलीय डिजिटल टीवी (terrestrial digital TV) चलाया जा सकता है. यह उसी तरह होगा जैसे लोग अपने फोन पर एफएम रेडियो सुनते हैं, जहां फोन के भीतर एक रिसीवर रेडियो फ्रीक्वेंसी में टैप कर सकता है. D2M का उपयोग करके, मल्टीमीडिया कंटेंट को सीधे फोन पर भी ब्रॉडकास्ट किया जा सकता है.
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