Highlights
- इस ओलंपिक में होंगे ‘गिल्ली डंडा और लंगड़ी दौड़’ जैसे खेल
- खेलों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक भाग लेंगे
- छत्तीसगढ़ में आयोजित हो रहा है ये ओलंपिक
ओलंपिक खेलों के लिए एक ऐसा मंच है जहां अपना खेल दिखाने का मौका हर खिलाड़ी चाहता है। लेकिन यहां कभी भी हमने वो खेल होते हुए नहीं देखे हैं, जिन्हें हम कभी बचपन में खेला करते थे। जैसे गिल्ली डंडा, लंगड़ी दौड़, खोखो, कबड्डी या और भी कई खेल। हालांकि, छत्तीसगढ़ ने अब इसके लिए भी एक नया रास्ता निकाल लिया है। छत्तीसगढ़ में कला संस्कृति और परंपराओं को नई पहचान दिलाने की कवायद जारी है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ी खेल लोगों का भरपूर मनोरंजन करेंगे।
छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों मे प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन पहली बार आगामी छह अक्टूबर से छह जनवरी तक किया जा रहा है। इन खेलों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बैठक में विभागीय अधिकारियों से कहा कि जिन स्थानों पर आयोजन समितियों का गठन नहीं किया गया है। वहां पांच अक्टूबर से पहले सभी स्तरों पर आयोजन समितियों का गठन कर लिया जाए।
शामिल किए गए हैं कई स्थानीय खेल
मुख्य सचिव ने कहा कि छह अक्टूबर से राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है, इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। खेल प्रतियोगिताएं नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग होंगी। इसके लिए नगरीय प्रशासन एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को खेलों के सफल आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है। मुख्य सचिव ने सभी स्तरों की प्रतियोगिताओं के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में सुरक्षा व्यवस्था, नियमावली-गाईडलाइन के आधार पर प्रत्येक स्तर पर रेफरी एवं निर्णायकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था और खेलों के आयोजन हेतु प्रचार-प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की मार्गदर्शिका एवं कार्ययोजना के तहत खेल प्रतियोगिताएं दो श्रेणी में होंगी। इसमें खेल विधाओं के अनुसार दलीय एवं एकल श्रेणी निर्धारित की गई है। दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिठूल, सांखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी छत्तीसगढ़िया खेल विधाएं शामिल हैं। एकल श्रेणी में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लम्बी कूद शामिल हैं।
खेलों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक भाग लेंगे
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों के छह स्तर निर्धारित किये गये हैं। इसके अनुसार पहले ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र स्तर पर राजीव गांधी युवा मितान क्लब में खेलों का आयोजन नाकआउट पद्धति से होगा। दूसरा स्तर जोन है जिसमें आठ राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। तीसरे स्तर पर विकासखण्ड तथा नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंत में राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। खेलों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक भाग लेंगे। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग और तीसरा वर्ग 40 वर्ष से अधिक उम्र के लिए है। इन प्रतियोगिता में महिला एवं पुरूष दोनों वर्ग में प्रतिभागी होंगी।
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