लंदन, पीटीआइ। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि उनकी सरकार भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) करने के लिए संकल्पबद्ध है। यह समझौता जितनी जल्द संभव होगा, किया जाएगा। सुनक ने यह बयान इंडोनेशिया में जी 20 देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वार्ता के बाद लंदन लौटने पर दिया है। मालूम हो कि ब्रेक्जिट (यूरोपीय संघ से अलगाव) के बाद से ब्रिटिश सरकार भारत के साथ एफटीए के लिए प्रयासरत है। इस सिलसिले में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बातचीत अक्टूबर में पूरी हो चुकी है।
पीएम मोदी से हुई है एफटीए पर चर्चा
प्रधानमंत्री सुनक ने जी 20 देशों के सम्मेलन से लौटने के बाद उसमें हुई चर्चा से संसद को अवगत कराते हुए एफटीए पर यह बात कही। उन्होंने बताया कि सम्मेलन से इतर उनकी प्रधानमंत्री मोदी से वार्ता हुई जिसमें एफटीए पर भी चर्चा हुई। इस दौरान विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर और सत्तापक्ष के कई सांसदों ने उनसे एफटीए के लिए समयसीमा के बारे में पूछा। पूछा कि यह समझौता कब तक हो जाएगा।
जल्द ही किया जाएगा समझौता
सवालों के जवाब में सुनक ने कहा, जितना जल्द संभव होगा-इसे किया जाएगा। इस सिलसिले में उन्होंने संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। बची-खुची आशंकाओं को भी दोनों देशों के अधिकारी जल्द ही निपटा लेंगे, इसके बाद समझौते के बिंदुओं को सार्वजिनक किया जाएगा और उसे अमलीजामा पहनाया जाएगा।
दिवाली पर ही होना था समझौता
मालूम हो कि पहले दीपावली पर यह समझौता करने की रूपरेखा बनाई गई थी। लेकिन ब्रिटेन में सरकार बदलने के कारण समझौते का कार्यक्रम टल गया था। सुनक ने कहा है कि अब मसौदे की गुणवत्ता बढ़ाकर समझौता किया जाएगा। –
ब्रिटेन के लिए भारत सबसे अधिक महत्वपूर्ण
सुनक ने कहा कि भारत के साथ हमारे संबंध और साझेदारी व्यापारिक संबंधों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘मुझे भारत के साथ हमारे सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा करने में भी प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि हमने भारत के युवाओं को यहां आने और हमारे युवाओं को भारत में जाने के लिए सक्षम बनाने के लिए योजना की भी घोषणा की है। पीएम ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम दोनों देशों के लाभान्वित होने वाले युवाओं के लिए सकारात्मक कदम है।
यह भी पढ़ें- जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के शीर्ष नेताओं को गुजरात के तोहफे दिए
यह भी पढ़ें- भारत की वजह से बाली घोषणापत्र पर बनी सहमति, पूरा संगठन बंटा हुआ था दो खेमे में
Edited By: Sonu Gupta
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post