Author: Jagran NewsPublish Date: Sat, 08 Oct 2022 08:52 AM (IST)Updated Date: Sat, 08 Oct 2022 08:52 AM (IST)
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। 22-23 वर्ष का एक युवक दूसरे से उलझ जाता है। बात मारपीट तक पहुंच जाती है। इसके बाद उसका विरोधी घर पर हमला कर देता है। फायरिंग करता है और बम फेंकता है। इस हमले के जवाब में जब उस युवक ने घायल अवस्था में ही घर के अंदर से फायरिंग करना शुरू किया तो…। वह इलाके का बास बन गया। कम उम्र और कम वक्त के अंदर ही उसने अपना गैंग खड़ा कर लिया। बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित अहियापुर निवासी यह युवक था राजा ठाकुर। गुरुवार की रात गैंगवार में उसकी हत्या कर दी गई।
ठाकुर ब्रदर्स की थी धाक
पिछले पांच-छह वर्षों से अभिषेक कुमार उर्फ राजा ठाकुर उसके भाई आजाद ठाकुर का “ठाकुर ब्रदर्स” गिरोह का अहियापुर थाना क्षेत्र में सिक्का जमा था। मात्र 28 साल की उम्र में वह हमेशा अपने विरोधियों पर भारी पड़ता था। उसके गिरोह में अधिकांश किशोर व युवा शामिल थे,जो उसके एक इशारे पर कुछ भी करने को तैयार थे। बात-बात में फायरिंग व चाकूबाजी करना इस गिरोह के लिए आम बात थी। उसके दुस्साहस से उसके घोर विरोधी भी उसके नाम से थर्राते थे। उससे सामने से मुकाबला करने से बचते थे। मुजफ्फरपुर -दरभंगा रोड में अहियापुर, बोचहां व कांटी थाना क्षेत्र में कई लूटपाट में इस गिरोह की संलिप्तता की बात पुलिस के समक्ष आई थी।
- – अहियापुर में राजा के ठाकुर ब्रदर्स गिरोह के भय से थर्रा उठते थे उसके विरोधी
- – घर पर हमले के जवाब में सौ राउंड से अधिक की थी फायरिंग
- – बात-बात में कर देता था फायरिंग व चाकूबाजी
- – उसके दुस्साहस के सामने मुकाबला करने से बचते थे विरोधी गिरोह
घर पर हमले के जबाव में सौ राउंड से अधिक फायरिंग
21 दिसंबर 2017 को एक राजनीतक दल की की ओर से बिहार बंद का आयोजन किया गया था। इस दौरान राजा ठाकुर बाइक से जाने क्रम में जाम हटाने को लेकर विवाद में उसने एक बंद समर्थक की पिटाई कर दी। इसके विरोध में सैकड़ों बंद समर्थकों व उसके विरोधियों ने अहियापुर थाना के चकमोहम्मद मोहल्ला स्थित आवास पर हमला बोल दिया। इस हमले के जबाव में उसने घर के अंदर से लगभग सौ राउंड फायरिंग की थी। हमला करने वाले की ओर से भी फायरिंग व बम विस्फोट किए गए। पुलिस जब वहां पहुंची तो घर के अंदर से हो रही फायरिंग को देख वहां से दूर ही रही।पुलिस पर भी ईंट-पत्थर चलाए गए। लगभग दो घंटे तक अहियापुर का यह इलाका रणक्षेत्र में बदल गया। स्थिति को संभालने के लिए जिलाधिकारी व वरीय पुलिस अधीक्षक को हां पहुंचना पड़ा। राजा ठाकुर व अन्य उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज व फायरिंग करनी पड़ी। अंत में पुलिस दरवाजा तोड़कर उसके घर में घुसी और गोली लगने से घायल राजा ठाकुर सहित पांच को गिरफ्तार किया।
जेल से निकलने के बाद चला गया था गांव
वर्ष 2019 में पुलिस ने राजा ठाकुर,उसके भाई आजाद ठाकुर व उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया था। लगभग दो साल पहले वह जमानत पर जेल से निकलने पर वह अहियापुर में कम ही रह रहा था। वह ज्यादातर मधुबनी जिला के बिस्फी थाना के रघौंली स्थित गांव में रहता था। उसका भाई आजाद ठाकुर भी वहीं रहता था। वहां मछली पालन करता था। चार-पांच दिन पहले वह अहियापुर आया था।
मां ने कहा उसके बेटा को राजा से राजा ठाकुर बना दिया
उसका बेटा राजा था। उस पर केस पर केस लादा गया। यह सारा केस सूरज राय व नीरज के परिवार वालाें ने किया व कराया। पुलिस प्रशासन भी उसके पीछे पड़ी रही । छह वर्षों में राजा से राजा ठाकुर बना दिया। यह कहना था अहियापुर के चकमोहम्मद निवासी गैंगवार में मारे गए राजा ठाकुर की मां विभा देवी का। उसने दावा किया कि अगर उसका बेटा अपराधी रहता तो जिले के अन्य थाना में भी उसके विरुद्ध मामला दर्ज रहता है। सभी मामला आखिर अहियापुर थाना में ही दर्ज क्यों है। अब तक किसी मामले में उसे कोर्ट ने सजा नहीं दी है।
जमीन पर दबंगों की नजर
विभा देवी ने बताया कि अहियापुर में आधा दर्जन ऐसा परिवार है जो उसके बेटा के जान के पीछे हाथ धोकर पड़ा था। उसके बेटा के उपर लगातार एक साथ कई केस कराया गया। वह आंगनबाड़ी सेविका है। उसे मात्र छह हजार रुपया रुपया मानदेय मिलता है। पति फौज से सेवानिवृत है। वह किसी तरह परिवार का भरण पोषण करती है। उसने आरोप लगाया कि आरोपित दबंग व शराब के धंधे से जुड़ा है। इस कमाई से वे सब पुलिस को अपने पक्ष में रखते हैं। दबंगों की नजर उसकी घर वाली जमीन पर है। वे सभी डरा-धमका कर यहां से भगाना चाहते हैं, ताकि उसकी जमीन पर कब्जा कर ले। उसे व उसके पति की भी पिटाई की गई। छह माह पहले नीरज राय उसे काल कर केस उठाने की धमकी दी थी।
Edited By: Ajit kumar
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