बिलासपुर2 घंटे पहले
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उच्च शिक्षा विभाग ने 4 बार प्रवेश की तारीख बढ़ाई, इसके बाद भी छात्र प्रवेश नहीं ले पाए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग ने 4 बार प्रवेश की तारीख बढ़ाई, इसके बाद भी छात्र प्रवेश नहीं ले पाए। अभी भी अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी से संबद्ध 105 कॉलेजों में 11 हजार 977 सीटें स्नातक में शामिल हैं। जो छात्र प्रवेश लिए हैं, वे कॉलेजों में फीस की एक किश्त की जमा किए हैं। अब कॉलेजों द्वारा छात्रों से फीस की दूसरी किश्त मांगी जा रही है। लेकिन छात्र अभी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मेरिट लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने स्नातक के 2200 सीटें पर छात्रों का पंजीयन करा लिया है।
काउंसिलिंग के बाद 8 अक्टूबर को पहली मेरिट लिस्ट जारी करेगी। इस लिस्ट में जिन छात्रों का नाम आएगा वे 15 अक्टूबर तक प्रवेश ले सकते हैं। इसके बाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी 18 अक्टूबर को दूसरी मेरिट लिस्ट जारी करेगी। इन छात्रों को 25 अक्टूबर तक प्रवेश लेने का समय दिया जाएगा। ऐसे में जो छात्र कॉलेजों में प्रवेश लिए हैं, उनकी भी पढ़ाई अभी शुरू नहीं हुई है। इधर अक्टूबर में त्योहार होने के कारण छुटि्टयां लग गई हैं।
पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में कॉलेज और छात्र दोनों परेशान है। इधर उच्च शिक्षा विभाग ने एकेडमिक कैलेंडर भी रिवाइज नहीं किया है। इसके कारण यूनिवर्सिटी भी परेशान है कि वे परीक्षा किस आधार पर ले। हांलाकि यूनिवर्सिटी में परीक्षाओं की तैयारी शुरू हो गई है। यूनिवर्सिटी पूरक परीक्षा का परीक्षा फार्म भरवाने जा रही है। इधर बीएड में प्रवेश की अभी तीसरी मेरिट लिस्ट जारी होनी है। बीएड कॉलेजों की भी सीटें खाली हैं। इनकी पढ़ाई भी शुरू नहीं हो पाई है।
एयू के कॉलेजों में पीजी की 4975 सीटें खाली
एयू से संबद्ध 105 कॉलेजों में स्नातक की 32 हजार 100 सीट पर 46 हजार 45 आवेदन आए थे। 4 बार तिथि बढ़ने के बाद इसमें से 20 हजार 123 छात्रों ने प्रवेश लिया। 11 हजार 977 सीटें खाली हैं। वहीं स्नातकोत्तर में 14 हजार 553 सीट पर 34 हजार 210 आवेदन आए थे। इसमें कुल 9 हजार 578 छात्रों ने प्रवेश लिया है। पीजी में भी 4 हजार 975 सीटें अभी भी खाली हैं। प्राचार्यों का कहना है कि पहली बार ऐस हुआ है कि शासकीय कॉलेजों के साथ बड़े प्राइवेट कॉलेजों की सीटें खाली रह गई हैं।
साइंस कॉलेज के छात्र नहीं दे रहे सहमति
साइंस कॉलेज अंग्रेजी माध्यम होने के कारण छात्र निर्णय नहीं ले पा रहे हैं कि वे किस माध्यम से पढ़ें। इसलिए साइंस कॉलेज कि 50 प्रतिशत से अधिक छात्र सहमति नहीं दिए हैं। ये छात्र भी अभी सीयू की मेरिट लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि गांव के कॉलेज में पढ़ने नहीं जाएंगे, इसलिए सीयू की मेरिट लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद सहमति देंगे। इधर कॉलेज को उच्च शिक्षा विभाग पत्र जारी कर जल्दी प्रक्रिया पूरी करने की चेतावनी दी है।
गणित के छात्र तकनीकी शिक्षा में जा रहे
साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसआर कमलेश का कहना है कि इस बार अधिक समय तक प्रवेश दिया गया। फिर भी एयू की बीएससी गणित की 4 हजर 157 सीट पर मात्र 1 हजार 386 छात्रों ने ही प्रवेश लिया है। फिलहाल आईआईटी, इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक कोर्स में प्रवेश का सिलसिला चल रहा है। इसकी वजह से गणित लेकर 12वीं पास होने वाले छात्रों ने तकनीकी पाठ्यक्रम को प्राथमिकता दे रहे हैं।
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