कानपुर, जागरण संवाददाता। “अब भविष्य में कोई अपराध नहीं करूंगा” गले में यह लिखी हुई तख्ती टांगकर सोमवार दोपहर कल्याणपुर थाने पहुंचे अपराधी ने नाटकीय ढंग से आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपित पिछले साल एक गंभीर मामले में वांछित चल रहा था पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कल्याणपुर के एक निजी अस्पताल संचालक सुनील यादव ने बताया कि पिछले साल 24 जुलाई को अस्पताल के सामने स्थित चाय की दुकान पर खड़े कल्याणपुर खुर्द निवासी शिवम शुक्ला उर्फ डागा ने अपने आठ साथियों के साथ मिलकर एक तीमारदार के साथ मारपीट की थी।
इतना ही नहीं उसने विरोध करने पर अस्तपाल में पथराव कर दिया था जिससे मरीजों और तीमारदारों में अफरातफरी मच गयी थी। पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी जिसके बाद अस्पताल
संचालक की तहरीर पर पुलिस ने शिवम के खिलाफ मारपीट बलवा समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपित की तलाश में पुलिस दबिश दे रही थी। जिससे परेशान होकर उसने खुद ही गले में तख्ती टांगकर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
आरोपित के आत्मसमर्पण पर खड़े हुए सवाल
बताया जा रहा है कि जिस शिवम शुक्ला की तलाश कल्याणपुर पुलिस एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी नहीं कर पायी उसने इतनी आसानी से कैसे आत्मसमर्पण कर दिया यह समझ से परे है। असल में वह इलाके में खुलेआम घूमते नजर आता था और थाने के कई पुलिसकर्मियों के संपर्क में भी था। जब गिरफ्तारी का दबाव पड़ा तो पुलिसकर्मियों ने ही उसका सरेंडर करवा दिया ताकि शिवम को राहत मिल सके।
Edited By: Nitesh Mishra
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