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- Half The Session Has Passed, 71 Thousand Children Do Not Have The Book, : On What Criteria The Students Will Be Evaluated, Instructions Issued For The Goal Of Achieving India
जौनपुरएक घंटा पहले
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जौनपुर के 71 हज़ार बच्चों के हाथों में किताबें नहीं पहुंच सकी हैं।
जौनपुर के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई का आधे से ज्यादा सत्र गुजर चुका है लेकिन अभी तक जौनपुर के 71 हज़ार बच्चों के हाथों में किताबें नहीं पहुंच सकी हैं। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले यह बच्चे किसी तरह से अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी कर रहे हैं। बावजूद इसके परिषदीय विद्यालय की क्लास 1 से 8 तक के बच्चों के बौद्धिक स्तर के आकलन का आदेश शासन के स्तर से जारी हो गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि बिना किताबों के आखिर किस मापदंड पर उन्हें परीक्षा में बैठाया जाएगा।
बच्चों तक नहीं पहुंच पाई किताबें
जौनपुर के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की कक्षाएं जुलाई से संचालित की जा रही हैं। लेकिन अभी तक बच्चों के हाथों में किताबें नहीं पहुंच पाई हैं। जौनपुर में लगभग 71 हजार बच्चे ऐसे हैं जिनके पास किताबें नहीं हैं। स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक किसी तरह पुरानी किताबों के सहारे इन बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
शासन के स्तर से निपुण भारत मिशन के क्रियान्वयन के लिए त्रैमासिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें कक्षा एक से कक्षा 3 तक के बच्चों का गणित भाषा में मूल्यांकन किया जाएगा। वहीं कक्षा चार से आठ तक के बच्चों की परीक्षा कराई जाएगी।
शिक्षक देंगे बच्चों को जानकारी
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने गाइडलाइन जारी करते हुए प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल ने बताया कि कक्षा 1 से लेकर 3 तक के छात्रों की OMR शीट शिक्षकों द्वारा भरी जाएगी। इस दौरान शिक्षक बच्चों को ओएमआर शीट के बारे में जानकारी भी देंगे।
सरल एप पर करना होगा डाउनलोड
परीक्षा में बच्चों की उपस्थिति के लिए अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों से प्रश्नों के जवाब पूछ कर शिक्षक खुद ओएमआर शीट भरेंगे। कक्षा 4 से 8 तक के बच्चों को शीट भरने का तरीका बताया जाएगा और इसके साथ ही बच्चों को काले रंग की बॉल पेन दी जाएगी। बच्चों की परीक्षा देने के बाद प्रधान अध्यापक और शिक्षक खुद स्कैन कर सरल ऐप डाउनलोड करेंगे।
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