अजमेर2 घंटे पहले
विरोध करते केंडिडेट्स।
RAS- 2021 मेन एग्जाम रिजल्ट में संभावित तकनीकी त्रुटियों के पुनरीक्षण (रिविजन) की मांग को लेकर केंडिडेट्स ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन किया। साथ ही आयोग सचिव को ज्ञापन सौंपकर संदेह की जांच कर राहत देने की मांग की।
केंडिडेट्स का कहना रहा कि 30 अगस्त 2022 को जारी RAS 2021 मुख्य परीक्षा का परिणाम विगत वर्षों के परिणाम की तुलना में अनपेक्षित एवं अकल्पनीय है। कई अभ्यर्थी (पूर्व में राज्य सेवा में भी चयनित) जिनकी तैयारी इस परीक्षा के लिए बहुत अच्छी थी, फिर भी असफल घोषित कर दिए गए हैं। ऐसे अभ्यर्थी भी साक्षात्कार के लिए चयनित हुए है जो स्वयं चयन की आशा नहीं रखे हुए थे। जो कि इस परिणाम पर तकनीकी खामी का संदेह पैदा करते हैं। कई अभ्यर्थी केवल रैंक सुधार के लिए परीक्षा में बेहतर रणनीति और तैयारी के साथ बैठे थे। वो भी स्वयं को असफल पाकर परिणाम पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं। कुछ रोल नंबर लगातार आ रहे है, वो भी संदेह के दायरे में है। इससे परिणाम में तकनीकी खामियों की पूरी संभावना है।
उनका कहना रहा कि RPSC ने विगत वर्षों में अनेक तकनीकी नवाचारों को शुरू करके पूरे भारत में राज्य सेवा आयोगों में अग्रणी स्थान बनाया है, परन्तु तकनीकी नवाचार पूर्णतः त्रुटिरहित और चुनौती रहित नहीं माने जा सकते । पहले भी कई बार तकनीकी खामियां माननीय न्यायालय के सामने आई है। अतः सभी इच्छुक अभ्यर्थी परिणाम में संभावित ऐसी किसी भी त्रुटि का पुनरीक्षण करवाना चाहते हैं। अत: परिणाम पर उठ रहे संदेह की जांच करवा कर पात्र अभ्यर्थियों को राहत प्रदान की जाए।
(फोटो-मोहन ठाड़ा)
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post