Publish Date: | Wed, 05 Oct 2022 04:00 PM (IST)
कोरबा। छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी की हसदेव ताप विद्युत संयंत्र परिसर कोरबा पश्चिम (एचटीपीपी) कालोनी के लाल मैदान में तकनीकी कर्मियों की टीम ने 105 फीट का रावण तैयार किया गया है। राम इकबाल सिंह ने बताया कि लीवर, गेयरबाक्स व मोटर से कनेक्ट कर सिस्टम तैयार किया गया है। जिससे 180 डिग्री में रावण की दस मुंडी एक साथ घुमेगी और तलवार वाला हाथ भी उठेगा। मुंह से आग के साथ धुआं भी उगलेगा। इसके लिए फायर सिस्टम का उपयोग किया गया है। पिछले 15 दिन से रावण का पुतला तैयार करने में संयंत्र की टीम लगी है।
असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा उत्सव बुधवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। दहन के लिए जगह जगह पुतला तैयार किया गया है। कहीं दहाड़ मारते व आंखे तरेरते तो कहीं अट्टहास करते रावण पुतला देखने को मिलेगा। रंग बिरंगी आतिश बाजी के साथ पर्व की धूम रहेगी। उत्सव आयोजन को लेकर शहर भर के उत्सव समितियों में प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। उत्सव आयोजन की तैयारी को देखते हुए माना जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के दो साल बाद विजया दशमी दशहरा का आयोजन अपने पूर्ववत स्थिति में लौट आई है। पर्व में विशेष आकर्षण का केंद्र रावण पुतला रहेगा। अधिकांश स्थान में पुतला बनाने का काम पूर्ण किया जा चुका है। विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी एनटीपीसी के लाल मैदान में 110 फीट ऊंचा दशानन पुतला तैयार किया गया है। दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष कोरबा पश्चिम के कार्यपालक निदेशक एस के कटियार ने समस्त जिले वासियों को दशहरा उत्सव की यहां आयोजित उत्सव में शामिल होने का आग्रह किया है। भव्य व दर्शनीय रावण की प्रसंशा करते हुए उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा के मुख्य अतिथि के रूप में आगमन की जानकारी प्रदान करते हुए समस्त जिले वासियों से एचटीपीपी दशहरा उत्सव में सम्मिलित होने के लिए कहा है। लाल मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव में हजारों की तदात में लोग शामिल होते हैं। विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी यहां दशासन पुतले को तलवार चलाते देखा जा सकता है। रावण पुतले को मूर्त रूप देने में सीएसईबी के अधिकारी व अभियंताओं का मार्गदर्शन है। इस वजह से दशानन पुतला आंख तरेरने के साथ अट्टहास करते नजर आएगा। आरपी नगर फेस- वन में दहन के लिए 55 फीट ऊंचा पुतला तैयार किया जा रहा है। पुराना बस स्टैंड में आयोजित रावण दहन के लिए जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। दुर्गा उत्सव परिसर में भी पुतला दहन के अलावा सांस्कृति कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। एमपी नगर व शिवाजी नगर में भी रावण दहन का कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहेगा। शहरी क्षेत्र के अलावा उपगनरीय क्षेत्र बाल्को, दर्री, जमनीपाली, कटघोरा, कुसमुंडा, दीपका, छुरी, बांकीमोंगरा, चैतमा, पाली, हरदीबाजार, करतला, नोनबिर्रा, मोरगा, तुमान, पसान आदि स्थानों में भी रावण दहन आयोजन की तैयारी जोर शोर से जारी है।
पावर हाउस से निकले स्क्रैप से तैयार होता है रावण
राम इकबाल सिंह कहते हैं कि पावर प्लांट के पावर हाउस से निकले स्क्रैप से इस रावण का ढांचा तैयार किया जाता है। फिटर, वेल्डर और इलेक्ट्रीशियन जैसे तकनीकी कर्मचारी इसमें अपना कौशल दिखाते हैं। रावण की आंख में लाल लाइट फिट किया जाता है, जिससे आंख लाल दिखती है। रावण अपना सिर घुमाता है। उसकी तलवार चमकती है। वह मुंह से धुआं भी छोड़ ठहाका लगाता है। यह लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र होता है। इस वर्ष हम ज्यादा उत्साह से रावण का निर्माण कर रहे हैं। उम्मीद है कि दशहरा के दिन दोपहर तक हम इसे खड़ा करके पूरी तरह से तैयार कर लेंगे।
1985 से शुरू हुई है भव्य दशहरा की शुरूआत
लाल मैदान में भव्य दशहरा की परंपरा वर्ष 1985 से चली आ रही है। पुतला निर्माण समिति के प्रमुख राम इकबाल सिंह ने सेवानिवृत्ति के पश्चात भी अपने सहयोगियों के साथ इस बार भी इस 105 फीट के रावण के निर्माण का कार्य परिपूर्ण कराया, डोरी राम चंद्रा, दिलीप धोमने, ओमप्रकाश श्रीवास, रमेश राठौर, आर सी सूर्यवंशी, क्रांति पटेल,कमलेश यादव, सूरज भारद्वाज, रमन परमार, ओमप्रकाश वर्मा, हेमकरण रजक, के के गौतम, मोहन कंवर, कामता देवांगन, अर्जुन बघेल आदि के साथ विगत 10 दिनों से अनवरत परिश्रम करते हुए इस विशाल रावण के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सांस्कृतिक आयोजनों की यहां रहेगी धूम
दशहरा उत्सव के अवसर पर विभिन्ना स्थानों सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। छुरी नगर में छत्तीसढ़ी फिल्मों के नायक अनुज शर्मा नाइट कार्यक्रम आयोजित है। 38 कलाकारों के साथ वे छत्तीसगढ़ी रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। पाली के स्कूल में मुधरानी प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयाोजित किया जाएगा। पोड़ी में चंपा निषाद का कार्यक्रम आयोजित है। समिति के सदस्यों नगरवासियों आयोजन में शामिल होने का आग्रह किया है।
शस्त्रों की होगी पूजा
दशहरा पर्व में शस्त्र पूजा का विधान है। मान्यता के अनुसार शस्त्रों में देवी का वास होता है। शक्ति दायिनी देवी की आराधना का प्रतीक शस्त्र पूजा को माना जाता है। पुलिस विभाग की ओर शस्त्र पूजा पुलिस लाइन परिसर में दशहरा के दिन की जाएगी। इस अवसर पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्ना थाना चौकी अधिकारी भी उपस्थित होंगे।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
उत्सव में लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए है। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना-चौकी प्रभारियों को चौकन्ना रहने कहा है। पुलिस पेट्रोलिंग के लिए टीम गठित की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से टीम अलग-अलग स्थानों में निरीक्षण करेगी।
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