Nitesh Ojha
Ranchi : क्या सही में हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के साथ अपराध की घटना में बढ़ोतरी हुई है.व विपक्ष के मुताबिक इस सरकार में महिलाओं के साथ अधिक अपराध हो रहे है. भाजपा के नेताओं का कहना है कि सरकारी तंत्र के निकम्मेपन व सरकार में दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी के कारण आज राज्य में आये दिन महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार की घटना बढ़ रही है. जबकि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ें कुछ और ही बता रहे है. एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक झाऱखंड में महिलाओं के साथ हुए अपराध को लेकर पुलिस द्वारा की गयी चार्जशीट रेट राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. राष्ट्रीय औसत 2021 में 77.3 प्रतिशत है, वही झारखंड का 79.7 प्रतिशत. झारखंड का यह रेट कई भाजपा शासित राज्यों के तुलना में भी ज्यादा है.
इसे भी पढ़ें – लोहरदगा : प्यार करने पर परिवार ने युवती का कराया मुंडन, जूते-चप्पल की माला पहना कर गांव में घुमाया
विपक्ष के आरोपों का सीएम ने दिया जवाब
महिलाओं के साथ बढ़ रहे अपराध को लेकर विपक्ष के आरोप का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन माकूल जवाब भी दे रहे हैं. हेमंत सोरेन आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कह रहे है कि तो उनका इस बात पर प्रमुखता से जोर हैं कि राज्य में महिलाओं के साथ अपराध करने वाले के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है. विपक्ष के नेता आये दिन मीडिया में बयानबाजी कर आरोप लगा रहे हैं, जबकि वे नहीं देखते कि केंद्र सरकार के निर्देश पर आज बलात्कारियों (गुजरात की घटना पर) को छोड़ा जा रहा है. झारखंड में जैसे ही महिलाओं के साथ कोई घटना घटती है, तो उसमें शामिल अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने का निर्देश सरकार पुलिस को देती है. इसका रिजल्ट भी पॉजिटिव आता है. सीमित दिनों (एक या दो दिनों) में अनुसंधान करके चार्जशीट दाखिल किया जाता है.
लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
इसे भी पढ़ें – राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक के रायचूर पहुंची
एनसीआरबी के 2020 और 2021 के आंकड़ों से दावे का सच
राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो रिकॉर्ड ब्यूरो के 2020 और 2021 के आंकड़ों को देखे, तो पता चलता है कि महिलाओं के साथ किसी तरह के अपराध होने पर पुलिस तेजी से कार्रवाई करती है. अपराध की दर और चार्जशीट रेट भी झारखंड का कई राज्यों और राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है.
राज्य | वर्ष – 2020 | वर्ष – 2021 | चार्ज शीट रेट (2021) प्रतिशत में |
झाऱखंड | 7630 | 8110 | 79.7 |
असम | 26,352 | 29,046 | 52.9 |
बिहार | 15,359 | 17,950 | 69.4 |
राजस्थान | 34,535 | 40,738 | 54.5 |
हरियाणा | 13,000 | 16,658 | 57.1 |
हिमाचल प्रदेश | 1614 | 1599 | 76.5 |
उत्तर प्रदेश | 49,385 | 56,083 | 76.5 |
कुल | 77.3 |
कई राज्य झारखंड से बेहतर
हालांकि कई भाजपा शासित राज्यों में महिलाओ के साथ हुए अपराध के बाद चार्जशीट रेट झारखंड की तुलना में बेहतर हैं. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में 93.3 प्रतिशत, कर्नाटक में 87.2 प्रतिशत, केरल 94.6 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 83 प्रतिशत हैं. लेकिन यह भी सच है कि एनसीआरबी के आंकडों को देखने से पता चलता है कि झाऱखंड में जब भी महिलाओं के साथ किसी तरह का कोई अपराधिक घटना घटती है, तो झारखंड पुलिस तत्काल जांच में जुट जाती है. जांच कर चार्जशीट भी जल्द किया जाता है, ताकि अपराधियों को जल्द सजा मिले.
इसे भी पढ़ें – यूपी : मदरसों का सर्वे का काम पूरा, 7500 मदरसे बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे
आप डेली हंट ऐप के जरिए भी हमारी खबरें पढ़ सकते हैं। इसके लिए डेलीहंट एप पर जाएं और lagatar.in को फॉलो करें। डेलीहंट ऐप पे हमें फॉलो करने के लिए क्लिक करें।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post