Chaibasa (sukesh kumar) : आम आदमी तक शिक्षा का प्रसार करना ही शिक्षक का धर्म होता है. शिक्षा ग्रहण कर देश की सेवा करें. शिक्षक का पद देश के लिए महत्वपूर्ण है. इसकी गरिमा को समझने की जरूरत है. यह बातें पॉलिटिकल साइंस विभाग के एचओडी सह भूगोल विभाग के प्रभारी डॉ परशुराम सियाल कहीं. बुधवार को भूगोल विभाग में सीनियर विद्यार्थियों के विदाई समारोह और शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया था. डॉ परशुराम ने कहा कि शिक्षा ग्रहण कर गरीबी दूर की जा सकती है. बेहतर शिक्षा हासिल कर देश में अपनी पहचान बनाई जा सकती है. शिक्षक का धर्म शिक्षा देना होता है, लेकिन विद्यार्थियों का भी धर्म शिक्षा हासिल करना है. विद्यार्थी पूरी ईमानदारी व मेहनत कर शिक्षा हासिल करें. उसकी शिक्षा बेकार नहीं जाती है.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : कदमा के एएम कुंज फ्लैटवासियों ने एसएसपी से की बिल्डरर्स की शिकायत
ब्रह्म का रूप शिक्षा से है
डॉ परशुराम ने कहा कि देश और समाज में अपनी अलग पहचान तभी बनती है जब आपके पास दुनिया जगत का ज्ञान रहे. शिक्षा का आध्यात्मिक जगत से तुलना करते हुए कहा कि ब्रह्म का रूप शिक्षा से हैं. जिसे पौराणिक कथाओं में दर्शाया गया है. इस दौरान पॉलिटिकल साइंस सहायक प्रोफेसर डॉ एमएन सिंह ने कहा कि विधार्थी पूरी मेहनत और ईमानदारी से अपना काम करें, ताकि उसका ज्ञान उसे मिल सके. उन्होंने विधार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हर तरह की शिक्षा हासिल करने की जरूरत है. वर्तमान समय में शिक्षा हासिल करने का कई माध्यम हो चुका है. इसको पालन करने की जरूरत है.
लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
इसे भी पढ़ें : साहिबगंज : ट्रेनिंग कर रहे आईआरबी जवान ने गोली मार कर की खुदकुशी
विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया प्रस्तुत
मौके पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित भी किया. इसमें विद्यार्थियों ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा. इस दौरान जूनियर विद्यार्थियों ने सीनियर विद्यार्थियों का सम्मानित भी किया. मौके पर भूगोल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ कविता मिश्रा ने कहा कि अनुशासन से समाज में एक अलग पहचान बनती है. अनुशासन बनाना महत्वपूर्ण है. हर विद्यार्थी को इसका पालन करने की जरूरत है. समारोह में सहायक प्रोफेसर डॉ सुनीता कुमारी, सहायक प्रोफेसर डॉ कंचन कश्यप, डॉ सरिता सामड के अलावा काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे.
आप डेली हंट ऐप के जरिए भी हमारी खबरें पढ़ सकते हैं। इसके लिए डेलीहंट एप पर जाएं और lagatar.in को फॉलो करें। डेलीहंट ऐप पे हमें फॉलो करने के लिए क्लिक करें।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post