हाइलाइट्स
हिंदू धर्म में चावल का विशेष महत्व बताया गया है.
अक्षत यानी चावल हर देवी-देवता की पूजा में अर्पित किया जाता है.
Chawal Ke Upay : जीवन में कई बार बहुत मेहनत करने के बाद भी महन्त का पूरा फल नहीं मिल पाता और हमेशा किसी न किसी चीज की कमी बनी रहती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जीवन के सभी सुखों को पाने के लिए भाग्य का प्रबल होना बहुत जरूरी है. कई बार किन्ही कारणों से हमारा भाग्य हमारा साथ नहीं देता. ऐसे में चावल के कुछ छोटे-छोटे उपाय करने से अपने भाग्य को प्रबल बनाया जा सकता है. तो चलिए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से कुछ ऐसे उपाय जो आपके भाग्य को बदल सकते हैं.
दूर होगी पैसों की किल्लत
हिंदू धर्म में मान्यता है कि अक्षत मतलब यदि पूजा में प्रयोग किए जाने वाला चावल अखंडित हो तो इसे रोली के तिलक के साथ माथे पर लगाने से आर्थिक समस्याएं दूर होती है. इसके अलावा, तांबे के लोटे में रोली के साथ थोड़ा सा चावल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य देने से सोया हुआ भाग्य जाग जाता है और व्यक्ति को कभी भी पैसों की किल्लत नहीं होती.
यह भी पढ़ें – सपने में खुद के बाल काटते देखने का क्या मतलब होता है? जानें इसके संकेत
मां लक्ष्मी का आशीर्वाद
मान्यता के अनुसार, पूर्णिमा के दिन सुबह उठकर स्नानादि करके, एक साफ लाल रेशमी कपड़े में चावल के 21 अखंडित दाने रखकर माता लक्ष्मी के समक्ष पूजा करें और पूजा के बाद इस पोटली को अपने घर के धन वाले स्थान पर संभाल कर रखें. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को कभी पैसों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा और घर में धन-धान्य के भंडार हमेशा भरे रहेंगे.
यह भी पढ़ें – महज 7 दिन में अधूरी इच्छा पूरी करने के लिए अपनाएं ये उपाय
भगवान शंकर को चढ़ाएं अक्षत
मान्यताओं के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी से गुजर रहा है और अथक मेहनत करने के बाद भी उसे उसकी मेहनत का पर्याप्त फल नहीं मिलता तो ऐसे में उस व्यक्ति को सोमवार के दिन अखंडित आधा किलो अक्षत लेकर किसी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव के नाम का जप करते हुए एक मुट्ठी अक्षत चढ़ाना चाहिए. इसके बाद बचे हुए चावल को किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए. इस उपाय को लगातार पांच सोमवार तक करने से धन से जुड़ी समस्या धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : October 31, 2022, 02:35 IST
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post