पुलिस के अनुसार बरामद मूर्तियों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये है। जिस मकान से मूर्तियां बरामद की गईं, उसके मालिक के दो घरों में कई मूर्तियां थीं और उनमें से लगभग 15 मूर्तियां प्राचीन प्रतीत हुईं। इन मूर्तियों के संबंध में घर के मालिक के पास कोई दस्तावेज नहीं थे।
मकान मालिक ने स्वीकार किया कि वह अपने नियमित व्यवसाय के अलावा कई वर्षों से प्राचीन मूर्तियों को बेचने के व्यवसाय में था। इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है।
यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार यह जानकारी मिली थी सुरेंद्र नामक एक व्यक्ति भगवान नटराज, देवी अम्मन और पार्वती, नंदी, बुद्ध और भगवान गणेश सहित कई देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियों को बेचने का प्रयास कर रहा है।
पुलिस की ‘‘मूर्ति शाखा’’ के महानिदेशक (डीजीपी) के जयंत मुरली ने पुलिस महानिरीक्षक दिनाकरन और पुलिस अधीक्षक रवि के साथ मिलकर योजना बनाई और ग्राहक के रूप में सुरेंद्र से संपर्क किया। बाद में उसके घरों की तलाशी ली गई और मूर्तियां बरामद की गईं।
तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्र बाबू और जयंत मुरली ने इस कार्य के लिए गठित विशेष टीम की सराहना की और उसे इनाम देने की घोषणा की।
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