जावराएक घंटा पहले
जावरा के बडावदा में रविवार को जैन साध्वी हर्ष प्रियाश्रीजी म.सा. ने प्रवचन में निजी अस्पतालों को लूटेरा बताया। साध्वी श्री सुपात्र को दान देने के महत्व पर प्रवचन दे रही थी। उन्होंने कहा कि दान हमेशा सुपात्र को देना चाहिए। मंदिर उपाश्रय में जब कोई दान देता है तो कहा जाता है कि इससे तो अच्छा अस्पताल बनवा देते लेकिन देखा जा रहा है कि आज अस्पतालों को सेवा की बजाय व्यवसाय बनाकर सेवा शब्द का मजाक बना दिया गया है।
बड़े शहरों के निजी अस्पताल लूट रहे हैं। मंदिर बनेंगे तो व्यक्ति धर्म से जुड़ेगा और जहां धर्म होगा वहां अस्पताल की भी जरूरत नहीं होगी। बड़ावदा में जय शेखर धाम दादावाड़ी पर उत्तराध्ययन प्रवचन सप्ताह माला चल रही हैं। जिसमें तीसरे दिन रविवार को भी धर्म सभा हुई। साध्वी मुक्ति प्रिया श्रीजी ने मंगलाचरण श्रवण करवाया।
साध्वी परम प्रिय श्रीजी ने विभिन्न श्लोकों का श्रवण कराते हुए उनकी व्याख्या की। साध्वी हर्ष प्रिया श्रीजी ने कहा कि जैन धर्म के साधु नियमों के कठोर होते हैं। जो मोह माया राग द्वेष से मुक्त होकर सिर्फ अपना व मानव कल्याण करते हुए भगवान महावीर के संदेश को जन-जन तक पहुंचाते हैं। आपने कहा कि आज बच्चों को कान्वेंट स्कूलों में संस्कार नाम की कोई चीज नहीं परोसी जा रही है। जिससे बच्चे अपने संस्कार भूल रहे हैं। अपने बच्चों को ऐसे स्कूलों में भेजें, जहां अच्छे संस्कार हो और जहां पढ़ाने वाले शिक्षकों के चरित्र भी अच्छे हो। इस मौके पर भगवान महावीर की सुंदर रंगोली प्रियांशी, अर्पिता व प्राची सकलेचा द्वारा बनाई गई।
श्री संघ अध्यक्ष मानमल सकलेचा व चातुर्मास समिति सचिव शिरीष सकलेचा ने बताया कि तृतीय दिवस के लाभार्थी जगदीश चंद्र मनोरमा माहेश्वरी (पटवारी) का बहुमान किया गया। प्रभावना अशोक मांगीलाल सकलेचा ने वितरित की। लाभार्थी परिवार द्वारा केशरिया दूध वितरण कर मौजूद धर्मालुजनों का स्वागत किया।
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