यमुनानगर3 घंटे पहले
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सरकार की ओर से राजकीय स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों काे दिए गए टेबलेट की विद्यार्थियों के साथ शिक्षक कंप्लेंट कर रहे हैं। शिक्षकाें का आरोप है टेबलेट का पल सॉफ्टवेयर ठीक से काम नहीं कर रहा, जिसके चलते उन्हें ये पता भी नहीं लग पा रहा है कि वे अपने सेक्शन को पढ़ा रहे हैं या दूसरे के सेक्शन में शामिल विद्यार्थी उनसे पढ़ रहे हैं।
शिक्षक नीरज, महेंद्र व पवन कुमार ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत सरकार की ओर से शिक्षकों को दिए गए टेबलेट में तकनीकी फाॅल्ट आ रहा है। जिसके चलते कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को शिक्षक साॅफ्टवेयर से पढ़ाई नहीं करा पा रहे हैं। शिक्षकों को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे अपने सेक्शन के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं या दूसरे टीचर के।
टेबलेट में दिए गए अवसर एप पर सभी विद्यार्थी एक जगह दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही कुछ टीचर्स के टेबलेट में तो पल साॅफ्टवेयर ठीक से काम नहीं कर रहा है। इससे उन्हें बच्चों को सही ढंग से पढ़ाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में विभाग की ओर से शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों को भी टैबलेट दिए गए थे।
करीब 275 शिक्षकों के टैबलेट में पल साॅफ्टवेयर में तकनीकी फाल्ट दिख रहा है। इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि शिक्षक विद्यार्थियों को पल साॅफ्टवेयर के माध्यम से सेक्शन अनुसार हाेमवर्क भेजते हैं। लेकिन शिक्षक टेबलेट में आए फाल्ट के कारण बच्चाें को होमवर्क नहीं करा पा रहे हैं।
ये भी बनी दिक्कत | विभागीय अधिकारियों का कहना है कि एमआईएस पोर्टल पर विद्यार्थियों का पूरा डाटा सेक्शन के अनुसार अपलोड नहीं किया गया है। इसके बाद भी शिक्षकों की ओर से ये मामला संज्ञान में लाया गया है। इसमें बताया गया है कि विद्यार्थियों को दिए गए टेबलेट के पल सॉफ्टवेयर के माध्यम से पढ़ाई कराने में दिक्कत आ रही है। जिस सेक्शन को टीचर पढ़ाते हैं।
वह सेक्शन उनके टेबलेट में शो नहीं हाे रहा है। इस कारण से शिक्षक अपनी कक्षा के विद्यार्थियों को देख नहीं पाते। शिक्षकों की मांग है कि पोर्टल पर सभी विद्यार्थियों को अपलोड किया जाए। जिससे विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन भी दर्ज हो सके। इसके साथ ही इन कक्षाओं के विद्यार्थियों की संख्या को दोबारा एमआईएस पोर्टल पर अपलोड किया जाए। इसके बाद ही शिक्षक उन्हें टैबलेट के माध्यम से असाइनमेंट और गृह कार्य दे पाएंगे।
पहले स्टूडेंट सॉफ्टवेयर में आई थी दिक्कत
पहले इन कक्षाओं के विद्यार्थियों की शिकायत थी कि टेबलेट पर स्टूडेंट सॉफ्टवेयर ठीक काम नहीं कर रहा है। अवसर एप भी कई बार बीच में बंद हो जाता है। सभी विषय टेबलेट पर अपलोड नहीं हुए हैं। टेबलेट पूरी तरह से विद्यार्थी यूज नहीं कर पा रहे हैं। डीईओ वीके कौशिक का कहना है कि टेबलेट पर आने वाले तकनीकी फाल्ट को पहले एकत्रित किया जाता है। बाद में उसे मुख्यालय भेजते हैं, जिससे फाल्ट दूर किए जा सकें।
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