उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय उदयपुर के संघटक डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय उदयपुर एवं एलुमनी एसोसिएशन सीडीएफटी के संयुक्त तत्वावधान में आज राजस्थान कृषि विद्यालय के सभागार में ‘‘भारतीय डेयरी एवं खाद्य उद्योग विज़न-2030’’ विषयक एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया गया।
इस सेमीनार की मुख्य अतिथि सुषमा अरोड़ा आई.ए.एस. प्रशासक एवं प्रबन्ध संचालक राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन जयपुर थी। मुख्य वक्ता भारतीय डेयरी एसोसिएशन उत्तर जोन के अध्यक्ष एस.एस. मान थे। विशिष्ट अतिथि अमूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जयन मेहता थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमपीयूएटी के कुलपति अजीत कुमार ने की।
सेमिनार में मुख्य वक्ता एस.एस. मान ने डेयरी व्यवसाय की बारीकियों की जानकारी देते हुए कहा कि छात्रों को व्यवसाय के क्षेत्र तकनीकी का उपयोग कर पशुपालकों को अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने का प्रयास करना चाहिए। मान ने आने वाले समय में डेयरी एवं फूड के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का विस्तार से विवरण रखा।
मुख्य अतिथि राजस्थान सहकारी डेयरी फेडरेशन की प्रबन्ध संचालक सुषमा अरोड़ा ने डेयरी के क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने का आह्रवान किया। श्रीमती अरोड़ा ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसमें डेयरी का महत्वपूर्ण स्थान है। विपरित परिस्थितियों में भी डेयरी के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सम्बल मिलता है।
सेमिनार में विशिष्ट अतिथि गुजरात कॉपरेटिव मिल्क मार्केटिंग लिमिटेड ;ळब्डडथ्द्ध के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जयन मेहता ने डेयरी एवं फूड प्रौद्योगिकी के विज़न पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि डेयरी के क्षेत्र में सहकार डेयरियां उत्पादक एवं उपभोक्ताओं का विशेष ध्यान रखती है। उन्होंने बताया कि भविष्य में डेयरी व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए बाजार की आवश्यकता के अनुरूप व्यवसाय में परिवर्तन लाने होंगे तथा वैल्यूएडेड उत्पादों का उत्पादन बढ़ानें का प्रयास करना होगा।
सेमीनार में डेयरी एवं खाद्य तकनीकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. लोकेश गुप्ता ने डेयरी क्षेत्र की चुनौतियों और सम्भावनाओं की जानकारी दी। सेमिनार की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. अजीत कुमार कर्नाटक ने विस्तारपूर्वक डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी की सम्भावनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. करूण चण्डालिया ने किया तथा आभार महासचिव निर्भय गोयल ने व्यक्त किया। इस अवसर पर अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन भी किया।
डॉ. करूण चण्डालिया ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार में देश के कोने-कोने से 500 से अधिक छात्रों, प्रोफेशनल, शोधकर्ताओं एवं उद्योगपतियों ने भाग लिया। सेमिनार में नीदरलैण्ड से आये डॉ. आर.एस. बसेरा ने भी व्याख्यान दिया।
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