भिलाई11 घंटे पहले
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मेडिकल कॉलेजों में काउंसलिंग शुरू।
मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने मेरिट लिस्ट 3 दिन पहले जारी कर दी है। इस लिस्ट में 3470 विद्यार्थियों के नाम हैं। नीट में मिले अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी की गई है। ये छात्र राज्य 9 सरकारी और 3 निजी मेडिकल कॉलेजों की 1570 और डेंटल कॉलेजों की 600 सीट में काउंसलिंग करा सकेंगे।
पहली सूची के अनुसार मेडिकल की सीटों में कट ऑफ मार्क्स सामान्य वर्ग में 533 गई है। वहीं ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर) में 490, ओबीसी में 531, एसटी में 422 और एससी में 332 अंक तक है। इस अंक तक पाने वाले विद्यार्थियों का एडमिशन राज्य के शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों में होना तय है। वहीं जिन छात्रों को सीट अपग्रेड करना है, वह दूसरे चरण की काउंसिलिंग में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए उन्हें पहली अलॉट हुई सीट को रद्द करना होगा।
सामान्य में 180 और ओबीसी में 169 अंक तक वालों के नाम
जारी सूची में प्रवेश की न्यूनतम अर्हता को ध्यान में रखा गया है। इसके अनुसार प्रवेश के लिए सामान्य वर्ग में 50 परसेंटाइल, एसटी, एससी व ओबीसी के लिए 40 परसेंटाइल लाना अनिवार्य किया है। इस धार पर सामान्य वर्ग से 180 अंक और ओबीसी के 169 तक के साथ आर्थिक रूप से कमजोर के 124 अंक, अनुसूचित जाति और जनजाति के 95-95 अंक पाना अनिवार्य है।
9 नवंबर तक सीटों में छात्रों को लेना होगा प्रवेश
जिन छात्रों को जिस कॉलेज की सीटें अलॉट की गई हैं, उन्हें वहां 10वीं, 12वीं और नीट की अंकसूची, मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, पंजीयन की शुल्क जमा करने की पावती समेत प्रवेश से संबंधित सभी दस्तावेज लेकर उपस्थित होना होगा। 9 नवंबर को शाम 4.30 तक ही प्रवेश ले सकेंगे। इसके बाद भी मेडिकल और डेंटल की सीटें खाली रह जाएंगी तो दूसरे चरण की काउंसलिंग होगी।
दूसरे चरण की काउंसलिंग होगी 10 नवंबर से
पहले चरण की काउंसिलिंग के बाद दूसरे चरण की काउंसिलिंग 10 नवंबर शाम 4.30 से शुरू होगी। उम्मीदवारों से ऑनलाइन ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। सीट अपग्रेडेशन के लिए नया आवेदन नहीं लिया जाएगा, बल्कि पहले से मिले ऑनलाइन आवेदन से ही उसे मान्य किया जाएगा।
निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेज के लिए बनाई समिति
राज्य में संचालित निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेज की सीटों में प्रवेश के लिए संचालक चिकित्सा शिक्षा के मार्गदर्शन में समिति बनाई गई है। समिति के सदस्य ही निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवारों के सारे दस्तावेजों की जांच करेंगे और प्रवेश के नियम तथा पात्रता के अनुसार उम्मीदवारों से वांछित महाविद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया पूर्णा कराएंगे। निजी कॉलेजों में प्रवेश के लिए पंजीयन शुल्क सभी वर्गों के लिए एक-एक लाख रुपए रखा गया है।
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