यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) ने भारत और मलेशिया के बीच भारतीय रुपये में लेनदेन की सुविधा के लिए मलेशिया में ‘स्पेशल रुपया वोस्ट्रो’ खाता खोलने की घोषणा की है। यह कदम जुलाई 2022 में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रुपये में भारत के अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटान की अनुमति देने के बाद आया है। यूबीआई का वोस्ट्रो खाता भारत इंटरनेशनल बैंक ऑफ मलेशिया (आईआईबीएम), इसके संबंधित बैंक के माध्यम से संचालित किया गया है। मलेशियाजिससे यह देश में इस तरह का खाता संचालित करने वाला पहला भारतीय बैंक बन गया।
‘स्पेशल रुपी वोस्ट्रो’ बैंक खाता क्या है?
- आरबीआई ने भारत के अंतरराष्ट्रीय व्यापार को रुपये में निपटाने के लिए अधिकृत भारतीय बैंकों को भागीदार व्यापारिक देश के बैंकों के विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते खोलने और बनाए रखने का आदेश दिया है।
- ये खाते भारतीय समकक्ष में विदेशी बैंक की हिस्सेदारी को रुपये में रखते हैं। जब कोई भारतीय व्यापारी किसी विदेशी व्यापारी को रुपये में भुगतान करना चाहता है, तो राशि इस वोस्ट्रो खाते में जमा की जाएगी।
- विपरीत परिदृश्य में, एक भारतीय व्यापारी को भुगतान की जाने वाली राशि वोस्ट्रो खाते से काट ली जाती है और व्यक्ति के नियमित खाते में जमा कर दी जाती है।
- पीटीआई के मुताबिक, 15 मार्च 2023 तक एचडीएफसी बैंक और यूको बैंक समेत भारतीय बैंकों ने 18 देशों में 30 ऐसे खाते खोले हैं, जिनमें रूस के सबसे बड़े और दूसरे सबसे बड़े बैंक, सर्बैंक और वीटीबी शामिल हैं।
- वित्त वर्ष 2021-22 में भारत और मलेशिया के बीच कुल व्यापार 19.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। इसके अलावा, 1 मलेशियाई रिंगित भारत में लगभग ₹19 के बराबर है।
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