दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते लागू हुए नए प्रतिबंध, बंद हुए ये सारे व्यवसाय
नई दिल्ली: दिवाली के बाद से दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन की समस्या बढ़ गई है। दिल्ली में हवा जहरीली होने के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। वहीं दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के कारण निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसके मद्देनजर अब आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी तरह के निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक रहेगी। इसके अलावा ईटों के भट्टों, माइनिंग व उससे जुड़ी गतिविधियों समेत कई पाबांदियां लागू की गई हैं।
आपको बता दे कि, आयोग ने अपील की है कि लोग सार्वजनिक परिवहन का या शेयर राइड का उपयोग करें। इसके अतिरिक्त साइकिल का उपयोग या पैदल भी चल सकते हैं। अगर आपका कार्य प्रभावित ना हो तो आप वर्क फ्रॉम होम भी कर सकते हैं। ईधन के विकल्प के लिए लकड़ी या कोयला ना जलाएं।आयोग ने चुनिंदा विभागों को छोड़कर समूचे एनसीआर में निर्माण कार्यों पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। रेलवे स्टेशनों, मेट्रो, अस्पतालों, हवाईअड्डे आदि विभागों को इन प्रतिबंधों से बाहर रखा गया है।
कहां कितना रहा AQI
दिल्ली का एक्यूआई शनिवार सुबह 11 बजे 398 (बहुत खराब) रहा, जो शुक्रवार को शाम चार बजे 357 था। गुरुवार को यह 354, बुधवार को 271, मंगलवार को 302 और सोमवार (दिवाली पर) को 312 था। आनंद विहार (454 एक्यूआई) राजधानी का सबसे प्रदूषित स्थान रहा। वजीरपुर (439), नरेला (423), अशोक विहार (428), विवेक विहार (427) और जहांगीरपुरी (438) वे निगरानी स्टेशन रहे, जहां वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। पड़ोसी शहरों गाजियाबाद (381), नोएडा (392), ग्रेटर नोएडा (398), गुरुग्राम (360) और फरीदाबाद (391) में भी हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी के करीब पहुंच गई।
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