जूलियस बेयर (Julius Baer) के प्रबंध निदेशक (managing director) मार्क मैथ्यूज (Mark Matthews) ने कहा कि भारत सिर्फ 6 महीने के लिए नहीं बल्कि 5 साल की लंबी अवधि के लिए उनके लिए ‘बड़ा दांव’ है और वे भारतीय बाजारों में निवेश करना जारी रखेंगे।
क्रूड ऑयल की कीमतों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि ओपेक प्लस की तरफ से उत्पादन में की गई कटौती के चलते कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी आई है जिससे महंगाई और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ओपेक प्लस की तरफ से उत्पादन में कटौती के चलते कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो हमें हेडलाइन इनफ्लेशन में कमी आने की संभावना नजर नहीं आती क्योंकि महंगाई बढ़ने में सबसे बड़ा योगदान कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का ही है।
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