जम्मू, राज्य ब्यूरो : सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जम्मू में कार्डियोलाजी विभाग के एचओडी डा. सुशील शर्मा ने कहा कि दुनिया भर में होने वाली हर तीन मौत में एक का कारण हृदय रोग होता है। इनमें से लगभग 80 प्रतिशत मौतें कम और मध्यम आय वाले देशों में होती हैं। इससे स्वास्थ्य प्रणाली पर बीमारियों का दोहरा बोझ पड़ता है। ज्यादातर हृदयरोग खराब जीवनशैली के कारण होता है। इनमें पौष्टिक और संतुलित भोजन का अभाव, शारीरिक निष्क्रियता, तंबाकू और शराब का सेवन प्रमुख है।
उन्होंने कहा कि धार्मिक और आध्यात्मिक संबद्धता भी हृदयरोगों से बचाव में भूमिका निभाती है। क्योंकि इससे जुड़ने से जीवनशैली बेहतर हो जाती है। आहार-व्यवहार में सकारात्मकता आ जाती है जो स्वस्थ्य हृदय के लिए आवश्यक होता है।
डा. सुशील कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों को रोकने में धर्म और आध्यात्मिकता के महत्व के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए गुरुद्वारा सिंह सभा माडल टाउन डिगियाना में आयोजित कैंप में लोगों से बातचीत कर रहे थे।
मखन शाह सेवा सोसायटी और गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने कार्डियोलाजी विभाग जम्मू के एचओडी डा. सुशील शर्मा के सहयोग से कैंप लागया था। इसमें 250 से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई और और आवश्यकता के अनुसार मुफ्त दवाएं दी गईं। मरीजों के साथ बातचीत करते हुए डा. सुशील ने कहा कि सकारात्मक पहलुओं में स्वस्थ रहने के लिए तनाव को नियंत्रित करना बेहद अहम है। इसमें किसी को शराब की लत से बचाने में धार्मिक नेताओं की भी जिम्मेदारी होती है।
उसको शारीरिक रूप से सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इसके विपरीत साथी सदस्यों और धार्मिक संदेह या असंतोष मनोवैज्ञानिक तनाव को बढ़ा सकता है। ये स्वास्थ्य व्यवहार कार्डियो मेटाबोलिक स्थितियों और बाद में हृदय रोगों को जन्म दे सकता है।
उन्होंने कहा कि अाध्यात्म से मनुष्य में सकारात्मक ऊर्जा आती है। उन्होंने सभी से पौष्टिक आहार का सेवन करने पर भी जोर दिया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान परमजीत सिंह, कैप्टन कुलवीर सिंह, मास्टर सुखविंद्र सिंह, गुरदीप सिंह, नवनीत सिंह और मखन शाह ने कैंप आयोजित करने के लिए डा. सुशील और उनकी टीम के सदस्यों की सराहना की। कैंप में डा. नसीर अली चौधरी, डा. अनितिपाल सिंह, डा. धनेशवर कपूर ने भी मरीजों की जांच की।
Edited By: Lokesh Chandra Mishra
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