पटना, जागरण टीम। जेल में अपराधियों को इसलिए डाला जाता है कि उन्हें दंडित किया जा सके, साथ ही उन्हें सुधार के लिए मौका दिया जा सके। लेकिन बिहार की सबसे वीआइपी जेल में बंद अपराधियों को नशे का सामान, मोबाइल सहित वैसी चीज मिल रही है, जो कानूनन वर्जित है। अपराधियों को इन चीजों की सुविधा देने में पुलिस की अहम भूमिका है। यह बात सामने आने पर पटना में एक पुलिस अधिकारी और चार सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जेल से कोर्ट ले जाने और ले आने में खेल
दरअसल, बेउर जेल के बंदियों के झोला से मादक पदार्थ, मोबाइल सहित अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया था। इस मामले में ही एक पुलिस पदाधिकारी और चार सिपाही गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार लोगों पर इन कैदियों को पेशी के लिए कोर्ट में ले जाने और फिर वापस जेल में लाकर छोड़ने की जवाबदेही थी।
इन सभी को किया गया गिरफ्तार
मिली जानकारी के अनुसार, नवीन पुलिस केन्द्र के सहायक अवर निरीक्षक राम किशोर, डीपीसी हंसराज तिवारी, सिपाही राजीव कुमार, हवलदार छविनाथ सिंह और सिपाही विकाश कुमार भारती को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। बेउर जेल में यह मामला नया नहीं है। यहां पहले भी अक्सर मोबाइल और नशे का सामान कैदी वार्ड तक मिलता रहा है।
जेल गेट पर जब्त किया गया था सामान
शुक्रवार को पटना सिटी से कुछ बंदी न्यायालय में उपस्थापन के बाद बेऊर जेल पहुंचे थे। इस दौरान बंदियों के पास एक थैले में भारी मात्रा में मोबाइल छुपाकर जेल के अंदर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने जेल गेट पर ही वाहन चेकिंग के दौरान मोबाइल जब्त कर लिया था।
Edited By: Shubh Narayan Pathak
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