इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भारत अर्थव्यवस्था में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता देश है। 2014 के पहले भारत में मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद 92 फीसदी निर्यात होते थे, लेकिन अब 2022 में यह स्थिति है कि भारत में उपयोग होने वाले 97 फीसदी उत्पाद हम तैयार कर रहे हैं और बाहर के देशों में भी आइफोन और सेमसंग जैसे मोबाइल तैयार कर दे रहे हैं। इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद निर्यात कर 70 हजार करोड़ रुपये का व्यवसाय हम कर रहे हैं।
यह कहना है केंद्रीय आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर का। शुक्रवार को शहर में प्राइड आफ एमपी अवार्ड समारोह में केंद्रीय मंत्री मुख्य अतिथि थे।
उन्होंने कहा कि भारत अगले पांच सालों में साढ़े आठ ट्रिलियन डालर इकोनामी पर पहुंचेगा। हमार लक्ष्य डिजिटल इकोनामी में एक ट्रिलियन डालर को छूना है। भारत की छवि अब दुनियाभर में बहुत बेहतर हो गई है और अब तकनीकी से संबंधित कार्य बैंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और गुरुग्राम और पुणे तक सीमित नही रही है। इंदौर जैसे शहरों में भी आइटी स्टार्टअप के क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है। सबसे स्वच्छ शहर की पहचान बनाकर भी इंदौर ने देश के सामने एक बेहतर उदाहरण पेश किया है।
इन्वेस्ट इंदौर, वर्की और सांसद सेवा संकल्प द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में 75 आइटी कंपनियों को सम्मानित किया गया। इसमें प्रदेश की टाप 25 और 50 बेहतर कार्य करने वाली कंपनियां शामिल थी।
सेमीकंडक्टर की कमी नहीं आएगी, नई तकनीकों में बढ़ रही मांग
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी को लेकर जो बात कही जा रही है वह सही नहीं है। वास्तव में बात यह है कि कोरोना के बाद तकनीकी का उपयोग बढ़ गया है और इसकी मांग बढ़ गई है। पिछले वर्ष की बात करें तो विश्व स्तर पर सेमीकंडक्टर क्षेत्र में 13 प्रतिशत की गति दी। इसकी पूर्ति अब हो रही है और कुछ समय में भारत सरकार ने इसके लिए 76 हजार करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है जिससे कई सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद भारत को गति मिली है। इसके बाद तकनीकी का उपयोग दुनिया में तेजी से बढ़ा है। 2020 में फरवरी में दुनिया के सामने महामारी बड़ा संकट था। किसी को नहीं पता था कि भविष्य क्या होगा। यूएस, चायना और यूरोप जैसे देशों में मंदी देखने में मिली लेकिन भारत एक मात्र ऐसा देश है जिसकी इकोनामी लगातार बढ़ रही है। भारत ने 200 करोड़ वैक्सीन डोज बनाकर कीर्तिमान रच दिया।दुनिया को अब भारत से बहुत उम्मीद है। आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) ब्लाक चेन, सेमीकंडक्टर डिजाइन, माइक्रोप्रोसेर डिजाइन और माइक्रो इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग का है।
इंदौर को आईटी और स्टार्टअप हब बनाएंगे
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि कहा भारत तेजी से आइटी के क्षेत्र में बढ़ रहा है। बैंगलुरु में भी आइटी के क्षेत्र में बहुत कार्य हुआ है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कह चुके हैं कि प्रदेश अगले दस सालों में अन्य शहरों से आगे जाएगा।इंदौर में भी आइटी क्षेत्र को जगह देने के लिए सरकार काफी कार्य कर रही है। इसी के तहत इंदौर में जिस जगह राजकुमार मिल हुआ करती थी। अब वहां आइटी पार्क बनाने की योजना पर कार्य हो रहा है।आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हुए प्राइड आफ एमपी अवार्ड से दूसरी कंपनियों को भी प्रेरणा मिलेगी। हमारा मकसद शहर को आईटी और स्टार्टअप हब बनाएंगे।
30 हजार से ज्यादा युवाओं को मिल रहा है रोजगार
इन्वेस्ट इंदौर के सचिव सावन लड्ढा ने कहा कि प्रदेश की आईटी कंपनियों को केंद्र और प्रदेश सरकार सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। यहां कई तरह की फंडिंग उपलब्ध है। शहर की हवा, वायु और यातायात की सुविधाएं बेहतर है। एयरपोर्ट से इंदौर के किसी भी क्षेत्र में कुछ मिनट में पहुंचा जा सकता है। जबकि बैंगलुरु जैसे शहरों में यह बड़ी चुनौतियां है। अकेले इंदौर की आईटी कंपनियों में 30 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल रहा है। प्रदेश में इस क्षेत्र में करीब 2400 करोड़ रुपये का व्यवसाय हो रहा है। हम इस तरह के समारोह अन्य शहरों में भी करेंगे ताकि वहां भी आईटी और स्टार्टअप का बेहतर माहौल बन सके और रोजगार बढ़ सके।
संभागायुक्त डा. पवन शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश भारत में सबसे तेजी से बढ़ता प्रदेश है। सबसे ज्यादा जीडीपी प्रदेश की है। आने वाले समय में इंदौर में प्रवासी भारतीयों के लिए एक बड़ा समारोह हो रहा है। जनवरी 2023 में इन्वेस्टर समिट होने जा रही है। आईटी में बेहतर कार्य हो रहा है। शहर के तीनों आईटी पार्क भर चुके हैं और अब नए पार्क स्थापित करने पर कार्य चल रहा है।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
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