बीकानेर3 घंटे पहलेलेखक: रितेश मिश्रा
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वाहन जब्त करते ठेकेदार के श्रमिक।
केईएम राेड सहित आस-पास के बाजार में नाे-व्हीकल जाेन में गाड़ी खड़ा करना ग्राहकों के लिए भारी पड़ रहा है। उनसे दाेगुने से भी ज्यादा चालान वसूला जा रहा है। पुलिस चालान करे ताे साै रुपए ही देने पड़ते हैं, लेकिन ठेकेदार गाड़ी उठा ले जाए ताे 250 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। ऐसा सिस्टम बनाकर पुलिस ने एक ही अपराध की दाे तरह की सजा लागू कर दी है।
केईएम राेड पर की गई वन-वे व्यवस्था के तहत नाे पार्किंग जाेन से आए दिन 100 से ज्यादा वाहन उठाए जा रहे हैं। इन वाहनाें पर जुर्माना दाे तरह से लगाया जा रहा है। यानी जुर्माने के नाम पर सीधे-सीधे जनता की जेब काटी जा रही है। गाड़ी में टूट फूट हाेने पर हर्जाना तक नहीं दिया जाता।
स्थिति यह है कि टारगेट पूरे करने के लिए नाे पार्किंग जाेन के इतर भी गाड़ियां उठाई जा रही हैं। इसे लेकर कई बार विवाद हाे चुका है। ग्राहक दुकान से बाहर आते हैं तब पता चलता है कि उनकी गाड़ी ट्रैफिक पुलिस की भेंट चढ़ गई है। गाड़ी छुड़ाने के लिए ऑटाे से ट्रैफिक थाने पहुंचते तब 250 रुपए की रसीद मिलती है।
चालान की रकम ज्यादा देखकर ग्राहक भी हैरान हाेते हैं। पूछने पर एक ही जवाब मिलता है, ठेकेदार ने उठाई है। कैरिज चार्ज देना हाेगा। राेजाना 50 से ज्यादा गाड़ियाें से ऐसी वसूली हाे रही है। शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने बुधवार काे केईएम राेड पर गाड़ियाें उठा रहे ठेकेदार काे टाेका था। इसकी शिकायत संभागीय आयुक्त से की और इस व्यवस्था काे गलत बताया। उसके बाद भास्कर ने रियलिटी चैक किया ताे ट्रैफिक पुलिस का मिस मैनेजमेंट नजर आया।
बिना टेंडर कर दिया एग्रीमेंट
नाे पार्किंग जाेन में खड़ी गाड़ियां का चालान करने के लिए यूआईटी ने मई में ठेका किया था। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया ही नहीं अपनाई गई। यूआईटी, ट्रैफिक सीआई और ठेकेदार के बीच तीन साल के लिए एक एग्रीमेंट कर दिया गया। राेजाना 25 गाड़ी ठेकेदार जब्त करेगा। एग्रीमेंट में ठेकेदार काे एक दुपहिया वाहन उठाने पर 150 रुपए की राशि देय है,
जाे वाहन मालिक से रिकवरी चार्ज के रूप में वसूला जाता है। दरअसल यह भी दाेहरी व्यवस्था है। क्याेंकि पुलिस भी पैरलल गाड़ियां उठा रही है। पुलिस द्वारा उठाई गाड़ी से साै रुपए ही वसूले जा रहे हैं। पुलिस और ठेकेदार मिलकर राेजाना 50 से अधिक गाड़ियां उठा ले जाते हैं। इसके अलावा शहर में ट्रैफिक नियमाें का पालन नहीं करने पर राेजाना 600 चालान शहर में वाहन चालकाें के किए जाते हैं।
चालान जरूरी, जाम हटाने से दूरी
काेटगेट व सांखला फाटक दिन में 30 से ज्यादा बार बंद हाेता है। फाटक बंद हाेने पर चाराें ओर लंबा जाम लग जाता है। जाम में फंसे वाहनाें काे निकालने के लिए ट्रैफिक पुलिस दूर तक नजर नहीं आते। जबकि लालजी प्वाइंट, सट्टा बाजार, फड़ बाजार 3-3 ओर काेटगेट पर दाे यानी दाेनाें फाटकाें के पास 11 ट्रैफिक पुलिस का जाब्ता रहता है। यह जाब्ता नाे पार्किंग जाेन से गाड़ियां उठाने के समय ही नजर आता है।
नाे पार्किंग जाेन से गाड़ियां उठाने का ठेका मेरे आने से पहले हुआ था। ठेका नियमाें के तहत किया गया है। सभी के आदेश निकले हुए हैं। ट्रैफिक पुलिस भी गाड़ियाें का चालान कर रही है।
-रमेश सर्वटा, ट्रैफिक इंचार्ज
इस तरह का एग्रीमेंट करना गलत है। वाहन वर्दीधारी व्यक्ति ही जब्त कर सकता है। नियम दस दिन तक लावारिस खड़ी गाड़ी के लिए बना है। इसे नाे पार्किंग जाेन बनाकर लागू कैसे कर दिया।
-ओम प्रकाश जाेशी,
रिटार्यड ट्रैफिक सीओ
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