डीएनए हिंदी: रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान नष्ट हो गए दुनिया के सबसे बड़े विमान के पुनर्निर्माण की योजना बनाई जा रही है. हालांकि इसे बनाने वालों का कहना है कि फिलहाल हम अपने लक्ष्य से काफी दूर हैं. विमान बनाने वाली कंपनी एंटोनोव की तरफ से फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक बयान के मुताबिक, दूसरे एंटोनोव एएन-225 कार्गो विमान पर डिजाइन का काम शुरू हो गया है, जिसे यूक्रेनी में मिरिया यानी ‘ड्रीम’ के रूप में भी जाना जाता है. इसके पुनर्निर्माण का काम तब शुरू होगा जब यूक्रेन में रूस का युद्ध समाप्त हो जाएगा.
कीव के पास एक हवाई क्षेत्र में मरम्मत के दौरान फरवरी में नष्ट हुए विशाल विमान के पुनर्निर्माण में काफी चुनौतिया हैं. एंटोनोव का मुताबिक 88-मीटर (290-फीट) पंखों वाले विशाल विमान के पुनर्निर्माण पर कम से कम 500 मिलियन डॉलर खर्च होंगे. ऐसा अनुमान है कि इसे फिर से बनाने में लागत और भी बढ़ सकती है.
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यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि इस तरह के प्रयास के लिए पैसे कहां से आएंगे? यूक्रेन की अर्थव्यवस्था रूस के हमले के कारण चरमरा गई है और ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर रूसी हवाई हमलों के कारण बिजली आपूर्ति पर अंकुश लगा है. एंटोनोव की मूल कंपनी, उक्रोबोरोनप्रोम ने शुरू में विमान के विनाश के बाद कहा था कि इसे बहाल करने में पांच साल से अधिक समय लगेगा.
एंटोनोव ने कहा कि मूल विमान के लगभग 30% घटकों का उपयोग विशेषज्ञों की तरफ से मूल्यांकन के बाद एक नए वर्जन के निर्माण में किया जा सकता है.
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छह इंजन वाले जेट ने पहली बार दिसंबर 1988 में उड़ान भरी थी. इसका उपयोग महामारी के दौरान दुनिया भर में कोविड -19 टीकों को लाने और ले जाने के लिए किया गया था. विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा जैसे राजनीतिक हस्तियों ने इसे एक रैली के रूप में इस्तेमाल किया है.
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