Health Tips: किसी भी मशीन में जैसा भी ईंधन डालते है, वह ईंधन असरदार तभी होगा जब वो आसानी से जलेगा. कारों में जैसा पेट्रोल डाला जाता है वो अलग होता है. ट्रैक्टर में अलग पेट्रोल डाला जाता है. रेस कार में अलग, हवाई जहाज में अलग. फर्क ये है कि कुछ पेट्रोल आसानी से जलते हैं तो कुछ देर में. ऐसी ही होती है हमारी पाचन प्रक्रिया. तो आप अच्छे से जानते हैं कि आसानी से पचने वाला खाना है फल. पाचन का अर्थ है जठराग्नि यानी पाचक आग. ये आग सबसे अच्छे से तभी जलेगी, जब फल खाए जाएंगे.
सद्गुरु जग्गी वासुदेव का कहना है कि फल के बारे में हमें समझना चाहिए कि फल एक ऐसी चीज है जिसे प्रकृति खुद खाना बनाती है. ज्यादातर फल जो आप देखते हैं, वो हैं आम या सेब. आम का महत्वपूर्ण हिस्सा है बीज, बाकी तो सिर्फ एक आकर्षण है. ताकि जानवर और पक्षी इन बीजों को खाए, फिर कहीं दूर छोड़ आए. फलों का पर्याप्त सेवन पाचन प्रणाली के लिए बहुत कुछ कर सकता है. कोई भी व्यक्ति जीवन जीने के लिए सक्रिय बन सकता है. चाहे आपकी जीवनशैली कुछ भी हो. लेकिन, अगर आप मेहनत करते हैं तो आप हर 2 घंटे में फल खा सकते हैं. क्योंकि यह आसानी से पच जाता है.
फल खाने से तात्पर्य है कि ऊर्जावान रहना. तो आपको दोपहर के खाने में ज्यादा समय बिताकर धीरे धीरे खाना चाहिए, जिससे आप ज्यादा फल खा सकें. थोड़ा खाने से पेट भरा महसूस होगा. इसलिए अगर आप सिर्फ फल खा रहे हैं तो आपको दिन में तीन बार खाना होगा. दिन में अगर आप 6 या 8 घंटे सो रहे हैं तो बाकी के 16 या 18 घंटे तीन बार खाना काफी है. लेकिन इसके बाद 2 घंटे में पेट खाली होने लगेगा. ऐसी स्थिति में आप ऊर्जावान महसूस करेंगे और आपका दिमाग भी ठीक तरीके से काम करेगा. तो अगर आप अपनी दिमागी और शारीरिक शक्ति का उपयोग करना चाहते हैं तो यह बिल्कुल काम करेगा.
हमें ये देखना होगा कि किस तरह के फल हम खा सकते हैं, जिससे कि हमारा पेट काफी समय तक भरा रहे. क्योंकि फलों की काफी अलग अलग किस्म होती है. इस बात का ध्यान भी रखना होगा कि जो मौसमी फल होते हैं, वहीं फल शरीर के लिए सबसे अच्छे होते हैं. साथ ही साथ आसपास की भूमि के फल ही खाने चाहिए. यह पर्यावरण को ठीक रखने का सबसे अच्छा तरीका है. मनुष्य को अपने आहार में लगभग 30 प्रतिशत फल खाने चाहिए. आसानी से पचने वाला खाना सबसे अच्छा होता है. फल सबसे तेज पचते हैं. यानी कम से कम कचरा, सिस्टम पर कम से कम बोझ और कम से कम तनाव.
अगर आप फलों का सेवन करते हैं तो आज की दुनिया में एक अद्भुत बदलाव लाएंगे. इस दुनिया में इंसान का विशेष महत्व है उसकी दिमागी शक्ति के कारण ना कि ताकत की वजह से. तो इसलिए ताकत बढ़ाने के लिए फल सबसे महत्वपूर्ण चीज है. फल पर जीवित रहने के लिए व्यक्ति को 300 लीटर पानी चाहिए. वहीं, मांस पर जीवित रहने के लिए व्यक्ति को 1500 लीटर पानी चाहिए. इसलिए फलों का सेवन ही करें.
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