मुंबई, 20 नवंबर (भाषा) सरकार के एक वरिष्ठ सलाहकार ने विश्व बैंक और अन्य बहुपक्षीय एजेंसियों और रेटिंग एजेंसियों पर भारत जैसे तीसरी दुनिया के देशों का आकलन तथ्यात्मक रूप से गलत रिपोर्टों के आधार पर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि निहित स्वार्थ वाली निजी एजेंसियां अपने राजनीतिक विचारों के अनुरूप ये गलत रिपोर्ट देती हैं।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने रविवार को यहां लेखाकारों की वैश्विक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब विश्व बैंक और रेटिंग एजेंसियों को ऐसी रिपोर्टों पर सवाल उठाने चाहिए।
सान्याल ने कहा, ‘‘पश्चिमी देशों से आने वाली ज्यादातर रिपोर्टें चाहे वे राजनीतिक हों या आर्थिक, इन्हें व्यक्तियों के छोटे समूह अपनी राजनीतिक राय के हिसाब से तथ्यों की तरह पेश करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत के बारे में ऐसी रिपोर्ट आती हैं तो मैं कह सकता हूं कि ये सचाई से कोसों दूर हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं विश्व बैंक से ऐसी राजनीतिक रूप से पक्षपातपूर्ण रिपोर्टों पर ध्यान देने का अनुरोध करता हूं।’’
भाषा मानसी पाण्डेय
पाण्डेय
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