प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जनजातीय नेता बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनकी सरकार की विभिन्न योजनाओं के लिए उन्हें जनजातीय समुदाय से प्रेरणा मिली।
मोदी ने एक वीडियो संदेश में केंद्र सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनसे करोड़ों जनजातीय परिवारों को मदद मिली और उनका जीवन सुगम बना है।
उन्होंने कहा कि जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को पहचान दिलाने के लिए देशभर में उनको समर्पित संग्रहालय बनाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने ही मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि मुंडा और कई अन्य जनजातीय नायकों के सपनों को पूरा करने के लिए देश आगे बढ़ रहा है।
मुंडा न केवल स्वतंत्रता संग्राम के बल्कि देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा का भी प्रतीक हैं। उन्होंने मुंडा के अलावा अन्य प्रमुख आदिवासी क्रांतिकारियों तिलका मांझी, सिद्धू मुर्मू व कान्हू मुर्मू और ताना भगत को भी विदेशी शासकों के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए याद किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी ट्वीट किया, ‘‘ जनजातीय समुदायों ने स्वाधीनता संग्राम में महान योगदान दिया। मैं सभी ज्ञात-अज्ञात जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों, वीरों-वीरांगनाओं को नमन करती हूं। आजादी के बाद से देश की विकास-यात्रा में जनजातीय लोगों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके विकास और समृद्धि के लिए मेरी शुभकामनाएं।’
नरेंद्र मोदी सरकार ने प्रतिष्ठित जनजातीय नेता बिरसा मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जनजातीय गौरव दिवस पर सभी देशवासियों, विशेषकर जनजातीय समाज के भाइयों और बहनों को मैं बधाई देती हूं। जनजातीय समुदायों ने अपनी कला, शिल्प और कठिन परिश्रम से राष्ट्र के जीवन को समृद्ध किया है। उनकी जीवनशैली, विश्व समुदाय को प्रकृति के संवर्धन की शिक्षा प्रदान करती है।’’ राष्ट्रपति मुर्मू बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज यानी मंगलवार को मुंडा के जन्म स्थान झारखंड के उलिहातु गांव का दौरा करेंगी।
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