23 सितंबर 2018 को पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या बाइक सवार अपराधियों ने एके-47 से कर दी थी। पूर्व मेयर के साथ उनके चालक रोहित कुमार की भी मौत घटनास्थल पर गोली लगने से हो गई थी। पूर्व मेयर घटना के वक्त अखाड़ाघाट स्थित अपने होटल से गोला बांध रोड, चंदवारा आजाद रोड होते हुए मिठनपुरा जा रहे थे। इस क्रम में बनारस बैंक चौक स्थित आजाद रोड चंदवारा में हत्या कर दी गई। कल्याणी स्थित मछली मंडी की जमीन पर कब्जे को लेकर पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या हुई थी। जिसमे शंभू-मंटू गिरोह की भूमिका मानी गई थी।
राजद के टिकट एमएलसी का चुनाव लड़ा था शंभू सिंह
बता दें कि शंभू सिंह ने बाद के दिनों में राजद के टिकट पर जदयू के कद्दावर नेता दिनेश सिंह के खिलाफ एमएलसी का चुनाव भी लड़ा था। मंटू शर्मा उसी शंभू सिंह का सहयोगी है। संभावना जताई जा रही है कि समीर हत्याकांड में ही मुजफ्फरपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को कुख्यात अपराधी मंटू शर्मा उर्फ प्रद्युमन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी मुंबई से हुई है। उसे फ्लाइट से पटना लाने के बाद उसे कड़ी सुरक्षा में मुजफ्फरपुर लाया जाएगा। मंटू की गिरफ्तारी जिला पुलिस के लिए बहुत अहम उपलब्धि है। दो दशक से अधिक समय से अपराध की दुनिया में वह सक्रिय रहा है। सीपीडब्ल्यूडी की ठेकेदारी में उसका दबदबा रहा है।
50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तारी
सूत्रों की मानें तो हाल ही में मिठनपुरा के प्रॉपर्टी डीलर विक्कू सिंह उर्फ बिजेंद्र कुमार से 50 लाख रुपये रंगदारी वीपीएन से मांगने के मामले में गिरफ्तारी बताई जा रही है। मंटू के खिलाफ पटना और मुजफ्फरपुर में हत्या रंगदारी समेत कई मामले भी दर्ज हैं। पुलिस मंटू शर्मा के आपराधिक इतिहास को खंगालने में जुट गई है। मंटू शर्मा को सीपीडब्ल्यूडी का टेंडर मैनेज करने का मास्टर माना जाता रहा है। हालांकि मुज़फ्फरपुर के एसएसपी जयंतकांत अभी मंटू शर्मा के गिरफ्तारी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं कर रहे हैं। लेकिन, महकमे में जोरशोर से इसकी चर्चा है। एसएसपी जयंतकांत ने कहा कि अभी थोड़ा इंतजार कीजिए।
छपरा का रहने वाला है मंटू शर्मा
मंटू शर्मा मूल रूप से छपरा जिला के परसा थाना के बहलोलपुर गांव का रहने वाला है। लेकिन, मुजफ्फरपुर के अलावा बिहार के कई शहर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में अचल संपत्ति अर्जित किये हुए है। बताया जाता है कि पुलिस की विशेष टीम कई दिनों से मंटू शर्मा के पीछे लगी थी । वह गुरुवार को मुंबई में था। वहीं शुक्रवार को उसका लोकेशन पुलिस को मुंबई में मिला। इसके बाद लोकेशन को ट्रैप करते हुए पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की है। चर्चा है कि उसके पास से मोटी रकम और आर्म्स भी मिले हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
2014 में लखनऊ से हुई थी गिरफ्तारी
पुलिस रेकॉर्ड की माने तो मुशहरी स्थित राष्ट्रीय लीची अनुसंधान के गार्ड रितेश हत्याकांड में मंटू शर्मा की गिरफ्तारी 2014 में लखनऊ से हुई थी। एसटीएफ की टीम ने उसे लखनऊ के गोमती नगर में मुठभेड़ के बाद दबोचा था। इसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा में मुजफ्फरपुर लाया था। इस दौरान कुछ महीने वह मुजफ्फरपुर जेल में रहा था। इसके बाद सभी मामले में कोर्ट से जमानत ले लिया था। फिलहाल वह मिठनपुरा रंगदारी कांड में भी जमानत याचिका दाखिल करने की तैयारी में था।
पूर्व मेयर समीर कुमार के हत्या में अप्राथमिक आरोपित
पुलिस रेकॉर्ड के अनुसार, मंटू शर्मा पूर्व मेयर समीर कुमार के हत्या में अप्राथमिक आरोपित है। लेकिन, इस मामले में वह जमानत पर है। साथ ही पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड के जांच में भी उसका नाम है। अब रंगदारी मामले के अलावा पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड में भी मंटू शर्मा से पुलिस पूछताछ की गोपनीय तरीके से तैयारी कर रही है। पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड में सिटी एसपी ने रिपोर्ट टू जारी किया था, जिसमे टेंडर माफिया शंभू सिंह, मंटू शर्मा समेत चार की गिरफ्तारी का आदेश आईओ को दिया था। साथ ही चार अन्य की संलिप्तता की जांच का भी आदेश दिया गया था। संभावना जताई जा रही है कि मिठनपुरा रंगदारी कांड या समीर कुमार हत्याकांड में मंटू शर्मा को गिरफ्तार किया गया है।
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