Inspiring Story Of Harbhajan Kaur: जज़्बा हो तो कुछ भी नया करने में उम्र कभी बाधा नहीं बनती…अभिनेता संजय मिश्रा ने अपने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि, ‘अगर ज़िंदा हो तो शुरुआत कभी भी कर सकते हो.’ इसका जीता-जागता उदाहरण हैं 95 साल की हरभजन कौर, जिन्होंने अपने जोश और लगन से उस उम्र में अपना नाम कमाया, जब लोग रिटायर होकर आराम से ज़िंदगी जीना चुनते हैं, लेकिन चंडीगढ़ की रहने वाली हरभजन कौर ने लोगों तक अपनी बेसन दी बर्फ़ी को पहुंचाने का प्रयास किया.
चलिए जानते हैं कि 95 साल की हरभजन कौर ने बेसन दी बर्फ़ी के स्टार्टअप को कैसे शुरू किया?
Inspiring Story Of Harbhajan Kaur
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The Better India के अनुसार, चंडीगढ़ में हरभजन कौर अपनी बेटी रवीना सूरी के साथ रहती हैं. एक दिन दोनों बीती हुई ज़िंदगी और आने वाली ज़िंदगी के बारे में बात कर रही थीं तभी उनकी बेटी रवीना ने उनसे पूछा कि, क्या आपको अपनी ज़िंदगी में कोई मलाल है? तो हरभजन कौर ने जवाब दिया,
मेरे पास सबकुछ है, लेकिन बस एक मलाल है कि मैंने अपनी ज़िंदगी में कभी भी अपने पैसे नहीं कमाए.
हालांकि, दोनों की बातचीत का सिलसिला ख़त्म हो गया, लेकिन रवीना के दिल में ये बात रह गई और वो अपनी मां के Regret को उनकी ज़िंदगी से मिटाना चाहती थीं. इसलिए रवीना ने अपनी मां से एक बिज़नेस शुरू करने की बात की और कहा कि जिस खाने को हम सब खाकर बड़े हुए हैं उन्हें उसी में कुछ करना चाहिए. बस इसी बात से आज से चार साल पहले हरभजन कौर ने अपनी बिज़नेस बेसन दी बर्फ़ी बनाने से शुरू किया.
हरभजन ने अपने बिज़नेस की शुरुआत दिवाली के पर्व से की थी क्योंकि हर दीवाली वो अपने घर के लोगों को बर्फ़ी बनाकर खिलाती थीं. इसके अलावा, रवीना ने बताया कि,
हमने पूरी ज़िदंगी मां के हाथों के बने शरबत और मिठाई खाई है. वो एक बेहतरीन कुक हैं, लेकिन बस इसके अलावा कभी किसी ने कुछ नहीं करने को कहा.
हरभजन कौर अपने इस स्टार्टअप में बेसन दी बर्फ़ी के अलावा कई तरह के अचार, चटनी, पंजीरी सहित कई चीज़ें बनाती हैं. जब पहली बार हरभजन ने बेसन दी बर्फ़ी बनाई तो उन्होंने ख़ुद लोकल मंडी में स्टॉल लगाया और ये चेक किया कि कितने लोगों को उनकी बर्फ़ी पसंद आती है. पहले ही दिन 2000 रुपये की कमाई की, जिससे उनका हौसला और बढ़ा. धीरे-धीरे इनकी बेसन दी बर्फी दूर-दूर तक लोगों को पसंद आने लगी.
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जैसे-जैसे हरभजन कौर ने अपने बिज़नेस को बढ़ाया उनकी चर्चा सोशल मीडिया पर होने लगी. बिज़नेसमैन आनंद महिंद्रा ने भी इनकी कहानी को ट्विटर पर शेयर किया था. इसके बाद, इन्हें अनिल कपूर की पत्नी सुनीता कपूर, धर्मा प्रोडक्शन और कोलकाता की शादी के लिए ऑर्डर्स मिले.
एक और दिल को छू लेने वाली कहानी सुनाते हुए रवीना कहती हैं,
दो महीने पहले, मेरी बेटी की शादी हुई थी और वो चाहती थी कि शादी के इंवीटेशन के साथ नानी के हाथों की बनी मिठाई भेजी जाए. उसे बाज़ार से बनी कोई मिठाई नहीं भेजनी थी वो चाहती थी कि वे सभी उसकी नानी के हाथ से बनी मिठाई का टेस्ट चखें. ये सभी के लिए एक प्यारा एहसास था. मां ने शादी के लिए 200 किलो बर्फ़ी बनाई थी.
आपको बता दें, हरभजन कौर एक दिन में 5 से 10 किलो बर्फ़ी बनाती हैं. वो लोगों को ये बताना चाहती हैं कि, हौसला और जुनून हो तो अपनी उम्मीद को किसी भी उम्र और किसी भी परिस्ठिति में पूरा किया जा सकता है.
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