30 अक्टूबर से 3 दिसंबर तक 1500 किलोमीटर (35 दिन में 35 मैराथन दौड़) चलने वाला दौड़ अभियान ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ और नौसेना दिवस समारोह के उत्सव के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
यह अभियान भारतीय नौसेना के पारम्परिक-मैराथन धावकों द्वारा 5 सप्ताह की अवधि में दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में चलाया जाएगा। एक टीम में 12-15 पारम्परिक-धावक शामिल होंगे और हर दिन एक पूर्ण मैराथन (42.20 किलोमीटर) या उससे अधिक दूरी तक दौड़ेंगे। साथ ही स्थानीय युवा एथलीटों और गांवों एवं कस्बों से सशस्त्र बलों की तैयारी में जुटे हुए युवाओं को भी टीम में शामिल किया जायेगा और वे लोग भी कुछ दूरी तक दौड़ में हिस्सा लेंगे।
इस दौड़ अभियान को कार्मिक प्रमुख वीएडीएम दिनेश के. त्रिपाठी द्वारा 30 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय समर स्मारक से झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। अभियान 03 दिसंबर 2022 को नौसेना दिवस समारोह के साथ संपन्न होगा। इस दौड़ अभियान के दौरान कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की जाएंगी। इनमें शामिल हैं: –
- ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ मनाना और नौसेना दिवस (1971 के युद्ध के दौरान समुद्र में नौसेना द्वारा किया गया हमला तथा भारतीय नौसेना की जीत) को याद करना।
- दौड़ के मार्ग में स्थानीय आबादी के बीच अग्निपथ योजना और भारतीय नौसेना के बारे में जागरूकता फैलान।
- सेवानिवृत्त सैनिक/वीर नारियों के साथ मार्ग में बातचीत।
- आम जन के बीच स्वास्थ्य तथा फिटनेस जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए जीवन शैली गतिविधि के रूप में प्रतिदिन दौड़ने को प्रोत्साहित करना।
- चूंकि इस आयोजन को हरियाणा पर्यटन अपना सहयोग दे रहा है, इसलिए यह हरियाणा को एक पर्यटन केंद्र के रूप में बढ़ावा देने तथा उत्तर भारत की संस्कृति एवं परंपराओं को प्रदर्शित करने में भी सहायता करेगा।
मार्ग में जिला प्रशासन के अधिकारियों के दैनिक आधार पर अभियान को झंडी दिखाने की संभावना है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले स्थानीय एथलीटों ने भी दौड़ का हिस्सा बनने के लिए अपनी इच्छा/उपलब्धता का संकेत दिया है। यह अभियान दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में नौसेना को बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है।
यह अभियान भारतीय नौसेना द्वारा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से चलाया जा रहा है और इसे हरियाणा पर्यटन विभाग तथा टाटा मोटर्स द्वारा सहयोग दिया जा रहा है।
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