हाइलाइट्स
भारत का फॉरेक्स रिजर्व 8 अरब डॉलर घटकर 540 अरब डॉलर से नीचे आया.
पिछले हफ्ते भी इसमें गिरावट देखने को मिली थी और ये 546 अरब डॉलर के करीब पहुंच गया था.
केवल डॉलर ही नहीं गोल्ड रिजर्व में भी 30 करोड़ डॉलर की गिरावट देखी गई.
नई दिल्ली. देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी है. 23 सितंबर को समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया. आरबीआई ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी. इससे पिछले करोबारी हफ्ते में फॉरेक्स रिजर्व घटकर करीब 546 अरब डॉलर (545.54 अरब डॉलर) रह गया था.
बता दें कि आरबीआई लगातार रुपये की गिरती वैल्यू को बचाने के लिए हस्तक्षेप कर रहा है और डॉलर बेच रहा है. हा ही में रॉयटर्स के एक सर्वे में इस बात का अंदेशा जताया गया था कि भारत का फॉरेक्स रिजर्व 2 साल के निचले स्तर पर जा सकता है. केवल डॉलर की ही नहीं भारत का गोल्ड रिजर्व भी 30 करोड़ डॉलर घटकर 37.886 अरब डॉलर पर आ गया है.
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एफसीए में गिरावट
आरबीआई की तरफ से जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार, फॉरेन करेंसी असेट (एफसीए) में गिरावट के कारण 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है. एफसीए दरअसल, ओवरऑल रिजर्व का एक प्रमुख हिस्सा होता है. एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में वृद्धि या गिरावट का प्रभाव शामिल है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान एफसीए 7.688 अरब डॉलर घटकर 477.212 अरब डॉलर रह गया.
500 अरब डॉलर तक जाएगा फॉरेक्स रिजर्व
रॉयटर्स द्वारा कराए गए सर्वे में 16 अर्थशास्त्रियों को शामिल किया गया था. जिनका कहना था कि भारत का फॉरेक्स रिजर्व दिसंबर तक गिरकर 523 अरब डॉलर तक रह सकता है. इसी तरह का स्थिति 2008 के आर्थिक संकट के समय भी बनी थी. तब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 20 फीसदी तक लुढ़क गया था. भारत फिलहाल 2013 के टेपर ट्रेन्ट्रम काल से अधिक तेजी से अपना फॉरेक्स रिजर्व खर्च कर रहा है.
हस्तक्षेप का असर नहीं
भले ही आरबीआई लगातार पैसे की साख बचाने के लिए हस्तक्षेप कर रहा है लेकिन मजबूत होते डॉलर के सामने फिलहाल कोई तरकीब असर करती नहीं दिख रही है. डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को अपने न्यूनतम स्तर 81.93 तक पहुंच गया था. हालांकि, उसके बाद इसमें थोड़ी तेजी देखने को मिली और कल ये बेहतर होकर 81.36 के स्तर पर बंद हुआ. हालांकि, जानकारों का मानना है कि डॉलर के मजबूत होने और मंदी की आहटों के कारण रुपया अभी और कमजोर होगा. यही हाल यूरो, येन व युआन समेत अन्य करेंसीज का भी है.
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Tags: Business news in hindi, Dollar, India economy, RBI, Rupee weakness
FIRST PUBLISHED : October 01, 2022, 08:19 IST
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