Publish Date: | Sat, 08 Oct 2022 02:52 PM (IST)
बिलासपुर। महिलाओं और बच्चों के अधिकारों एवं उनके विरूद्ध होने वाले अपराधों की जानकारी हेतु व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने के दिये गये निर्देश महिलाओं की सुरक्षा के लिए बीना बताए। ‘आईजी रतन लाल डांगी ने कहा कि अभिव्यक्ति एप’ की जानकारी घर-घर तक पहुंचाने के लिये दिये निर्देशन, अभिव्यक्ति एप’ सर्वाधिक महिलाओं को डाउनलोड कराने के लिये पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चाम्पा की, सराहन रतन लाल डांगी, पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बिलासपुर द्वारा ‘हमर बेटी-हमर मान’ कार्यक्रम के तहत महिला एवं बच्चां से संबंधित अपराधों के त्वरित निराकरण कराये जाने के लिये जिला स्तर पर बनाये गये नोडल अधिकारियों की पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में समीक्षा बैठक ली गई।
महिलाओं व बालिकाओं के सर्वांगीण विकास करें
पुलिस महानिरीक्षक एसएसपी पारुल माथुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महिलाओं, बालिकाओं, युवतियों के सर्वांगीण विकास एवं सुरक्षा के मद्देनजर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शुरू किये गए ‘‘हमर बेटी-हमर मान’’ अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए महिलाओं व बालिकाओं से संबंधित अपराधों की सतत मानिटरिंग करते हुए निर्धारित समयावधि के भीतर निराकरण कराए जाने, महिला सुरक्षा हेतु लांच ‘अभिव्यक्ति एप’ के संबंध में भी सार्वजनिक स्थानों एवं स्कूल – कालेजों में जाकर महिलाओं और बालिकाओं को उसके इस्तेमाल के बारे में समझाईश देने अभिव्यक्ति एपके माध्यम से शिकायतों का तत्काल निराकरण किये जाए।
महिला पुलिस अधिकारियों के माध्यम से स्कूल, कालेजों में महिलाओं और बालिकाओं को उनके कानूनी, अधिकार, गुड टच बैड टच, सायबर क्राइम एवं उनके विरूद्ध होने वाले अपराधों के बारे में जागरूक किये जाने निर्देशित किया गया। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा रेंज अंतर्गत जिलों में महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित लंबित अपराध, गुम बालक, बालिकाओं के प्रकरणों, पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना अंतर्गत प्रकरणों, जिलों में लंबित महिला व बच्चों संबंधी अपराध, गुम इंसान जांच (महिला, बालक, बालिका), एससी, एसटी एक्ट के प्रकरणों के निराकरण की ओर विशेष ध्यान दिये जाने तथा लंबित ऐसे सभी प्रकरणों की समीक्षा की जाकर समयबद्ध निराकरण करने निर्देशित किया गया।
बच्चों से सम्बंधित प्रकरण को निपटाएं
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि जिले में लंबित महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराधों का निराकरण निर्धारित समय-सीमा 60 दिवस के भीतर आवश्यक रूप से किया जाए। समीक्षा बैठक में गायत्री सिंह, सारंगढ़-बिलाईगढ़ से महेश्वर नाग, .(आईयूसीएडब्ल्यू) बिलासपुर गरिमा द्विवेदी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही से अशोक वाडेगांवकर, लोरमी शमाधुरी धिरही, जांजगीर-चाम्पा से चंद्रशेखर परमा, कोरबा से प्रदीप येरेवार, रायगढ़ से राकेश भोई सहित रेंज कार्यालय में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपमाला कश्यप उपस्थित रहीं।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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