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- The Increasing Darkness In Ranchi Is The Main Reason For Crime, Cases Of Theft And Murder Have Increased In Many Places.
14 मिनट पहले
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बढ़ता अपराध, अंधेरे से मिल रही है अपराधियों को हिम्मत
रांची में अचानक अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। बढ़ती अपराध की एक वजह बिजली की आंख मिचौली भी बताई जा रही है। राजधानी रांची के कई इलाकों में छिनतई, हत्या जैसे अपराध बढ़ने लगे हैं।बढ़ती घटनाओं की वजह से इलाके में दहशत है।
बढ़ रही है आपराधिक घटनाएं
रांची में हत्या, चोरी जैसी घटनाओं का ग्राफ अचानक बढ़ने लगा है। कई इलाकों में शाम ढलते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं। कई गलियों में अंधेरा है जिस वजह से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं लग रहा। हाल के दिनों में रांची ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो इशारा करती हैं कि अपराधियों की हिम्मत बढ़ने लगी है। रांची के बरियातू इलाके के तीन घरों में चोरी हुई। एक साथ तीन घरों को चोरों ने निशाना बनाया।
चोरी में साथ दे रहा है अंधेरा
इस चोरी में साथ दिया अंधेरे ने। ङर से लाखों के कीमती सामान और नकद पर चोरों ने हाथ साफ कर रलिया। 21 नवंबर को नामकुम थाना क्षेत्र स्थित अपार्टमेंट के दो फ्लैटों को चोरों ने निशाना बनाया। इन फ्लैटों से भी लाखों के सामान और नकद लेकर फरार हो गये। 22 नवंबर को कांके थाना क्षेत्र में मोबाइल दुकान को चोरों ने निशाना बनाया। मोबाइल दुकान की दीवार तोड़कर दुकान से की लाखों की चोरी की। 23 नवंबर को जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में चोरी हुई । स्थानी लोगों को मानना है कि बिजली ना होने की वजह से चोरी की घटनाएं बढ़ी है दूसरी तरफ राजधानी रांची में हत्या का ग्राफ भी बढ़ रहा है। हीं नगड़ी थाना क्षेत्र में सूरज महली नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बढ़ते अंधेरे से रोजगार पर भी संकट
झारखंड की राजधानी रांची में ही नहीं राज्य के कई जिलो में भी बिजली की समस्या गंभीर बनी हुई है। पिछले दो माह से जारी बिजली कटौती से छोटे-बड़े उद्योग पर भी संकट आ गया है। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे औद्योगिक शहरों में भी रोजाना चार से छह घंटे बिजली की कटौती हो रही है. झारखंड के वितरण निगम के इलाकों में रोजाना करीब 1300 मेगावाट की डिमांड दर्ज हो रही है, जबकि इसमें 500 मेगावाट की खरीद नहीं हो पा रही है. नतीजतन, राज्य के 18 हजार से अधिक लघु व कुटीर उद्योग, जो पूरी तरह बिजली पर ही आश्रित हैं,
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