अमृत विचार, लखनऊ । मोटापा शरीर के कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। अत्यधिक मोटापा मधुमेह,रक्तचाप के साथ ही किडनी व जोड़ों की गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है। बीमारियों से बचने के लिए व्यवस्थित जीवन शैली अपनाई जानी चाहिए।
यह कहना है डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के बेरिएट्रिक और मेटाबॉलिक यूनिट के प्रभारी प्रो. अंशुमन पाण्डेय का। वह विश्व मोटापा विरोधी दिवस के अवसर पर शनिवार को संस्थान के मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
डॉ.अंशुमन पाण्डेय ने बताया कि मॉर्बिड ओबेसिटी यानी की अत्याधिक मोटापा एक गंभीर बीमारी है। जीवन के समय को कम कर सकती है। मोटापा जीवन के गुणवत्ता को प्रभावित करती है। अमीर हो या गरीब मोटापे की चपेट में काई भी आ कर गंभीर बीमार हो सकता है।
जो लोग अत्याधिक मोटे हैं उनका इलाज बेरियाट्रिक सर्जरी के जरिये किया जाता है। जिससे मोटापे के कारण पैदा हुई बीमारियां मधुमेह,रक्तचाप और जोड़े के दर्द में काफी हद तक निजात मिल जाती है। कई मरीज तो पूरी तरह से ठीक भी हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि साल 2015-16 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 21 प्रतिशत महिलाएं और 19 प्रतिशत पुरुष अधिक वजन की समस्या से ग्रसित हैं।
दिल की बीमारियों का बनता है कारण
लोहिया संस्थान के कॉर्डियोलॉजी विभाग के प्रो. भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि मोटापा दिल की बीमारियों का कारण बनता है। इतना ही नहीं मोटे व्यक्ति में दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी अधिक होता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो लोग अत्यधिक मोटे हैं और साथ ही उन्हें मधुमेह या फिर रक्तचाप की समस्या है। तो उन्हें विशेष सावधान रहने की जरूरत है। लोगों की बेरियाट्रिक सर्जरी होने के बाद मोटापे की समस्या से निजात मिलती है।
साथ ही मधुमेह और रक्तचाप की समस्या में भी कमी आती है,लेकिन इन समस्याओं से जूझ रहे लोगों को अपनी दवा एक दम से नहीं रोकनी चाहिए। करीब तीन महीने तक मधुमेह और रक्तचाप की जांच कराते रहनी चाहिए और दवा की मात्रा चिकित्सक के परामर्श पर कम करनी चाहिए।
किडनी खराब कर सकता है मोटापा
लोहिया संस्थान स्थित नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ.अभिलाष चंद्रा ने बताया कि किडनी की बीमारी होने का एक कारण मोटापा है। मोटापे से खतरा अधिक बढ़ जाता है। मोटापे के कारण शरीर में ऐसा कैमिकल रिलीज होने लगता है। जो किडनी के लिए आगे चलकर समस्या का कारण बन सकता है।
मोटापा कम कर जोड़ों के दर्द से मिलेगी निजात
लोहिया संस्थान के डॉ.सचिन अवस्थी ने बताया कि अत्यधिक मोटापा होने से पैर के घुटनों में दर्द बढ़ जाता है। जो आगे चलकर घुटना प्रत्यारोपण का कारण बनता है,लेकिन यदि मोटापे की समस्या से निजात मिल जाये तो घुटनों को खराब होने से बचाया जा सकता है।
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