चंडीगढ़, 16 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा ने पंचकूला स्थित अकादमी भवन में साहित्यकार व छायाकार डॉ. ओमप्रकाश कादियान की पुस्तक ‘समीक्षा के क्षितिज’ तथा कवयित्री डॉ. सुमन कादियान की पुस्तक ‘उसकी चाहतों का समुन्दर’ का विमोचन किया।
इस मौके पर डॉ. त्रिखा ने कहा कि अधिक लिखना महत्वपूर्ण नहीं होता, बल्कि सार्थक, असरदार व कालजयी लिखना महत्वपूर्ण होता है। अपने लेखन के माध्यम से समाज का सही मार्गदर्शन करना लेखकीय धर्म है।
उन्होंने कहा कि किसी भी पुस्तक की समीक्षा करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। पुस्तक को पूरी पढ़ना, उसके बारे में अपनी राय देना, निष्पक्ष भाव से उसकी समीक्षा करना सरल कार्य नहीं है। उन्होंने डॉ. ओमप्रकाश कादियान व डॉ. सुमन कादियान को बधाई भी दी। इस मौके पर चित्रकार राजेश जांगड़ा, गीता जांगड़ा, कलाकार भीम सिंह तथा अकादमी से डॉ. विजेंद्र कुमार, मनीषा नांदल, मुकेश लता मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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