नई दिल्ली. वाराणसी में बाबा विश्वनाथधाम जाने वाले श्रद्धालुओं को शहर में आवागमन में परेशानी नहीं होगी. केन्द्र सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वाराणसी के अलावा केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे शुरू करने की योजना बनाई है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है. संभावना है कि जल्द ही काम अवार्ड कर दिया जाएगा.
एनएचएआई की रोपवे निर्माण कंपनी एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़ ने बताया कि वारणसी में रोपवे निर्माण के बिड्स निकाल दी गयी है. इसमें तीन कंपनियों ने हिस्सा लिया है. जल्द ही तकनीकी बिड्स निकाली जाएगी. इसके बाद काम अवार्ड कर दिया जाएगा. संभावना है कि मार्च-अप्रैल 2023 तक जमीन पर काम शुरू हो जाएगा. यहां के लिए पूर्व में भी टेंडर निकाला गया था, लेकिन तकनीकी कारणों से दोबारा से प्रकिया शुरू करनी पड़ी है. प्रोजेक्ट पूरा होने का समय 24 माह रखा गया है और रोपवे की क्षमता प्रति घंटा 3000 यात्रियों की होगी. इस तरह यह रोपवे 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा और श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा होगी.
इसके अलावा केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में भी रोपवे शुरू किया जाएगा. इसके लिए टेंडर जारी किया जा चुके हैं. इस तरह संभावना है कि अगले साल मध्य तक निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. पहाड़ी इलाका होने की वजह से निर्माण कार्य में समय लगेगा. तीन साल में रोपवे निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. इस तरह वर्ष 2026 से केदारनाथ रोपवे से पहुंचा जा सकेगा. इन दोनों रोपवे में देश में पहली बार विश्व की सबसे सुरक्षित तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. थ्री एस ट्राइ केबल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें केबल कार तीन तारों पर चलेगी. यह तकनीक विश्व में कुछ चुनिंदा जगह इस्तेमाल की गयी है.
केदारनाथ रोपवे पर एक नजर
रोपवे की कुल लंबाई 13 किमी. होगी.
सोनप्रयाग से शुरू होकर केदारनाथ पहुंचेगा.
कुल पांच स्टेशन बनेंगे
सोनप्रयाग, केदानाथ के अलावा गौरीकुंड, चिरवासा और लिंटोली स्टेशन होंगे.
पूरे प्रोजेक्ट में 22 टॉवर बनेंगे.
985 करोड़ रुपये अनुमानित लागत है.
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Tags: Kedarnath Dham, Lucknow Varanasi Sattl Train Booking, Rope Way
FIRST PUBLISHED : October 17, 2022, 11:14 IST
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