-खरीदारी के साथ लें भारतीय व्यंजनों का स्वाद, बच्चों के मनोरंजन के लिए फ्री झूलों की भी है व्यवस्था
गुरुग्राम, 16 अक्टूबर। मिलेनियम सिटी को यूं तो कारपोरेट चहल-पहल के लिए जाना जाता है। यहां खरीदारी के लिए लोगों के पास विकल्प के तौर पर कई मॉल्स और नए-पुराने बाजार उपलब्ध हैं। बावजूद इसके शहर के सेक्टर 29 स्थित लेजर वैली ग्राउंड में आ रही लोगों की भीड़ यह बताने के लिए काफी है कि लोगों में मेले में खरीदारी करने का पारंपरिक भारतीय माध्यम आज भी बरकरार है। प्रातः 11 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक चलने वाले मेला में हर आयु वर्ग के लोगों के लिए मनोरंजन के विकल्प मौजूद हैं, जिसका लोग जमकर लुत्फ उठा रहे हैं।
-खरीदारी के साथ लें भारतीय व्यंजनों का स्वाद, बच्चों के मनोरंजन के लिए फ्री झूलों की भी है व्यवस्था
खरीदारी के शौकीन लोगों को सरस मेले के फूड कोर्ट में
राजस्थान का दाल बाटी चूरमा, हरियाणा का कढ़ी चावल छत्तीसगढ़ की खुर्मी, तेलंगाना की हैदराबादी दम बिरयानी, उड़ीसा का मुगलई चिकन, बंगाल का गोलभरी मटन, बिहार का लिट्टी चोखा व सत्तू पूरी, सिक्किम की सेल रोटी व आलू दम, महाराष्ट्र का वडापाव, उत्तराखंड की खीर, उत्तर प्रदेश का गलौटी कबाब, अरुणाचल प्रदेश का स्टीम बंबू चिकन, आसाम के मशरूम मोमोज, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी सहित केरल का उत्तपम व कप्पा फिश फ्राई आदि व्यंजनों का स्वाद परोसा जा रहा है। इसके साथ ही सरस मेला में लगे निःशुल्क झूले जैसे टॉय ट्रेन व मिक्की माउस भी बच्चों को खासा आकर्षित कर रहे है।
-हैंडीक्राफ्ट आइटम का बरकरार है क्रेज
पिछले दो दशकों में दिल्ली एनसीआर के रहन सहन में आए बदलावों के बावजूद गुरुग्रामवासीयों में हैंडीक्राफ्ट आइटम का क्रेज आज भी बरकरार है। सरस मेले में भले ही रेडीमेड वस्तुओं की बहुत सी स्टॉल लगी हुई है फिर भी लोग हैंडीक्राफ्ट आइटम स्टॉल की तरफ खासे आकर्षित हो रहे हैं। यहां विभिन्न प्रांतों की हस्तशिल्प कला के नायाब नमूने लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। खासकर पूर्वोत्तर के राज्यों के स्टॉल पर आकर्षक लकड़ी के फूलों से सजे गुलदस्ते, लकड़ी के नक्काशीदार सामान, बांस से बनाए गए कुर्सी व अन्य साजोसामान के साथ साथ , बंबू हाउस सरीखे घर के साज-सज्जा के सामान भी लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं।
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