व्लादिमीर पुतिन ने फिर की भारत की तारीफ, भारतीय लोगों को बताया प्रतिभाशाली
लेखन
प्रमोद कुमार
Nov 05, 2022, 09:48 am
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारत की तारीफ की है।
उन्होंने भारत के लोगों को प्रतिभाशाली और प्रेरित करार देते हुए कहा कि भारत में बहुत संभावनाएं हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत विकास के मामले में शानदार नतीजे प्राप्त करेगा।
पुतिन ने पिछले महीने भी देश की प्रशंसा करते हुए कहा था कि आने वाले समय भारत का है। यह भी गर्व की बात है कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
रूसी एकता दिवस पर की भारत की तारीफ
4 नवंबर को रूस के एकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि विकास के मामले में भारत शानदार नतीजे हासिल करेगा। इसमें कोई शक नहीं है और करीब डेढ़ अरब की आबादी में यह क्षमता है।
मूल रूप से रूसी भाषा में दिए भाषण में पुतिन ने कहा कि भारत में आंतरिक विकास के लिए एक अभियान के बहुत प्रेरित लोग है। यह शानदार परिणाम हासिल करेगा।
पुतिन ने अपने संबोधन में कही ये बातें
पुतिन ने अपने भाषण में भारत की क्षमता, अफ्रीका में उपनिवेशवाद और कैसे रूस एक अद्वितीय सभ्यता और संस्कृति है, इस पर विचार प्रकट किए।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी साम्राज्यों ने अफ्रीका को लूटा था। बहुत हद तक औपनिवेशिक शक्तियों की समृद्धि का स्तर अफ्रीका की लूट पर टिका हुआ है। यह सब जानते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रूस भी बड़े स्तर पर यूरोपीय संस्कृति का हिस्सा है और धार्मिक आधार पर इससे जुड़ा हुआ है।
पिछले महीने की थी भारत और मोदी की तारीफ
पिछले महीने मॉस्को में एक थिंक टैंक को संबोधित करते हुए रूसी राष्ट्रपति ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी।
उन्होंने कहा था, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत कुछ किया गया है। वह देशभक्त हैं। उनका ‘मेक इन इंडिया’ का विचार आर्थिक और नैतिक तौर पर भी जायज है। भविष्य भारत का है। इस तथ्य पर भी गर्व किया जा सकता है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।”
भारत ने की खूब तरक्की- पुतिन
पुतिन ने कहा कि भारत ने ब्रिटिश औपनिवेशक से लेकर आधुनिक राष्ट्र बनने में खूब तरक्की की है। करीब 1.5 अरब लोग और नजर आने वाले विकास के कारण हर किसी के मन में भारत के लिए सम्मान और प्रशंसा है।
द्विपक्षीय रिश्तों पर कही थी यह बात
पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच कई दशकों के करीबी संबंध हैं। दोनों देशों के बीच कभी मुश्किल मुद्दे नहीं आए और हमेशा एक-दूसरे की मदद की है। अभी भी यही हो रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे भारत में फर्टिलाइजर की आपूर्ति बढ़ाने को कहा था, जो भारत में खेती के लिए बहुत जरूरी है। इसके बाद रूस ने आपूर्ति में 7.6 गुना इजाफा किया है। कृषि में व्यापार लगभग दोगुना हो गया है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
नई ऊंचाई पर पहुंचा भारत-रूस के बीच द्विपक्षीय व्यापार
तेल और फर्टिलाइजर के बढ़े आयात के चलते भारत और रूस के बीच व्यापार अब तक के अपने सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंच गया है। इस वित्त वर्ष (2022-23) के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) में ही दोनों देशों के बीच 18,229 मिलियन डॉलर का व्यापार हो चुका था।
व्यापार में इस बढ़ोतरी के साथ ही रूस भारत का 7वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है, जबकि पिछले साल वह 25वें स्थान पर था।
इस खबर को शेयर करें
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post