टीटी नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक चैन सिंह ने बुधवार को बताया कि आरोपी सपना धाकड़ ने यह अपराध इसलिए किया क्योंकि उसके ससुराल वाले उसे ताना मारते थे कि वह जुड़वां बच्चों की परवरिश कैसे करेगी क्योंकि उसका पति शराबी और बेरोजगार है।
महिला ने पिछले सप्ताह पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि शहर के बाणगंगा इलाके में एक फुटपाथ से उसके जुड़वां बच्चे लापता हो गए हैं। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की और पाया कि महिला के दावे गलत थे। इसके बाद उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
सिंह ने कहा कि पूछताछ के दौरान महिला ने स्वीकार किया कि उसने 23 सितंबर को बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी और शवों को हबीबगंज इलाके में सुनसान जगह पर फेंक दिया। सिंह के अनुसार पुलिस ने दोनों बच्चों के शव बरामद कर लिए हैं।
अधिकारी ने कहा, “धाकड़ ने पुलिस को बताया कि उसकी तीन साल की बेटी है। उसने कहा कि उसके ससुराल वाले उसे ताना मारते थे कि वह अपने जुड़वा बच्चों की देखभाल कैसे करेगी क्योंकि उसका पति शराबी और बेरोजगार है।”
हालांकि, अपराध कबूल करवानो को लिए पुलिस को महिला के सामने अलग हथकंडे अपनाने पड़े। पुलिस ने उसके पति को लॉकअप में बंद कर दिया और उससे कहा- तेरे पति को आरोपी बना दिया है, अब बताओ। पति को लॉकअप में देखकर उसने कहा कि चलो बच्चों को दिखाती हूं। इसके बाद भी उसने टीआई को कसम दी कि उसे फंसाया नहीं जाएगा, तभी वह बताएगी कि शवों को कहां फेंका है। उसने हबीबगंज में हनुमान मंदिर की दीवार की ओर इशारा करते हुए कहा कि बच्चों को यहीं फेंका है। पुलिस ने देखा तो दोनों बच्चों के शव पड़े हुए थे।
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