How to Control Uric Acid Level: आज के दौर में यूरिक एसिड के मामले काफी तेजी से सामने आ रहे हैं. यूरिक एसिड एक प्रकार का टॉक्सिन होता है जिसके बढ़ने पर शरीर में गाउट यानी गठिया की समस्या उत्पन्न हो जाती है. शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण हमारी खराब जीवनशैली और अनहेल्दी भोजन का सेवन करना है. प्यूरिन युक्त खाद्य पदार्थों के खाने से यूरिक एसिड तेजी से बढ़ता है. इसके अतिरिक्त हमारा शरीर भी प्यूरीन बनाता है, ऐसे में जब प्यूरिन की मात्रा बढ़ने लगती है तो ब्लड में यूरिक एसिड जमने लगता है.
हमारी किडनी प्यूरिन को फिल्टर करके यूरिक एसिड की मात्रा को मेंटेन रखने का काम करती है लेकिन जब किडनी अपना काम ठीक से नहीं कर पाती तो यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है और शरीर के जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है. कुछ लोगों को गाउट के इलाज के लिए दवा की आवश्यकता होती है, लेकिन आहार और जीवनशैली में बदलाव से भी मदद मिल सकती है. मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय है जिन्हें अगर हम अपनाएं तो यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ने से रोका जा सकता है.
प्यूरीन युक्त पदार्थों का सेवन कम करें
प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड को बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार होते हैं. अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है तो आपको शराब, उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थ, लाल मांस, स्वीट ब्रेड, डेयरी उत्पाद, झींगा मछली, केकड़ा आदि के सेवन से बचना चाहिए. इन सभी में प्यूरीन की बहुत अधिक मात्रा पाई जाती है.
दवाओं के सेवन से बचें
कुछ दवाएं भी शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती हैं. जैसे- पेशाब को बढ़ाने के लिए फ़्यूरोसेमाइड (लासिक्स) और हाइड्रोक्लोरोथियाज़ाइड ली जाने वाली दवाएं. एस्पिरिन की खुराक लेना.
Uric Acid की है समस्या तो इन स्नैक्स और फूड्स से तुरंत बना लें दूरी, नहीं तो होगी बड़ी दिक्कत
शरीर के वजन पर दें ध्यान
शरीर का तेजी से बढ़ता हुआ वजन भी यूरिक एसिड को बढ़ाता है. एक मध्यम शरीर के वजन को बनाए रखने से गाउट फ्लेरेस के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पोषत तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से बढ़ते वजन को कंट्रोल किया जा सकता है.
शराब और शुगर युक्त पेय से बचें
बहुत अधिक शराब और शुगर युक्त पेय पदार्थों से सेवन से भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है. सोडा और शराब जैसे मीठे पेय भी आहार में अनावश्यक रूप से कैलोरी को बढ़ाते हैं और यह धीरे धीरे गाउट के विकास के जोखिम को बढ़ा देते हैं.
बार-बार बढ़ जाता है Uric Acid का लेवल, आयुर्वेद के इन तरीकों को अपनाएं, जल्द मिलेगी राहत
कॉफी का सेवन करें
2015 में हुए एक शोध से यह बात सामने आई है कि जो लोग कॉफी का सेवन करते हैं उनमें गठिया यानी गाउट की समस्या उत्पन्न होने की संभावना काफी कम होती है. हालांकि इसके अभी पर्याप्त सबूत नहीं है.
विटामिन C के सप्लीमेंट का प्रयोग करें
शोधकर्ताओं के अनुसार विटामिन सी के सेवन और ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा के बीच एक सकारात्मक संबंध है. एक्सपर्ट के मुताबिक विटामिन सी का सेवन गठिया की परेशानी को कम कर सकता है या फिर इसे रोक सकता है, हालांकि अभी इसके पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं.
चेरी का सेवन
वैज्ञानिकों ने कई वर्षों तक गठिया के रोग में चेरी के प्रभाव को लेकर अध्ययन किया है. एक्सपर्ट के मुताबिक चेरी के कई गुण शरीर में सूजन की समस्या को कम करते हैं. अगर आप अपने दैनिक जीवन में चेरी का सेवन करते हैं तो यह गठिया के दर्द से राहत दे सकती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : November 10, 2022, 10:26 IST
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post