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- More Than 50 Commercial Construction Illegal Officers In Sardarpura Now Awake, Will Remove Encroachment In The Entire Corporation Area
जोधपुरएक घंटा पहलेलेखक: राजेश त्रिवेदी
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फाइल फोटो।
प्रशासन शहरों के संग अभियान में व्यस्त नगर निगम दक्षिण शहर में चल रहे अवैध नक्शे के विपरीत व बिना इजाजत निर्माण को लेकर लापरवाह बना हुआ है। निगम दक्षिण के संपूर्ण सरदारपुरा क्षेत्र में 50 से ज्यादा कॉमर्शियल निर्माण पूरी तरह से अवैध हैं, लेकिन आयुक्त से लेकर अभियंता व सफाई विंग आंख मूंदे बैठी हैं।
सरदारपुरा ए, बी, सी व डी रोड पर ऐसे अवैध निर्माण से ट्रैफिक जाम की स्थिति तो बनी हुई है ही, एक दीवार से दूसरी दीवार से सटे ऐसे निर्माण से भविष्य में आग लगने के बाद जान-माल के ज्यादा नुकसान की संभावना नजर आ रही हैं। करीब पौने डेढ़ साल पहले चांदशाह तकिया रोड पर ऐसी ही एक अवैध इमारत में संचालित हो रहे जूते-चप्पलों के शोरूम में भीषण आग लगने की घटना के बाद निगम दक्षिण ने फायर फाइटिंग के उपकरण के बिना चल रहे कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों का सर्वे करवाया, लेकिन बाद में उसकी रिपोर्ट को कागजों में दफन होकर रह गई।
हालांकि यह शोरूम तभी से बंद है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि निगम दक्षिण अब तक इस भवन को सीज तक नहीं कर पाया। निगम दक्षिण में धड़ल्ले से चल रहे अवैध कॉमर्शियल निर्माण को लेकर आयुक्त अरुण कुमार पुरोहित ने गुरुवार को अतिक्रमण निरोधक सेल का गठन किया है, लेकिन निगम दक्षिण कुछ माह पूर्व भी अवैध निर्माण को लेकर ऐसी ही टीम का गठन किया था, लेकिन इस टीम की रिपोर्ट के आधार पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई थी।
तीनों उपायुक्त में वार्ड बांट सौंपी जिम्मेदारी, जो सर्वे में गड़बड़ी मिलने पर नोटिस देंगे, फिर तकनीकी-विधिक रिपोर्ट के बाद एक्शन लेंगे
अवैध, स्वीकृत नक्शे के विपरीत और बिना इजाजत निर्माण को लेकर आयुक्त दक्षिण ने अतिक्रमण निरोधक सेल का गठन कर उपायुक्त प्रथम चंपालाल जीनगर 1 से 30 वार्ड का प्राधिकृत अधिकारी लगाया हैं। उनके साथ राजस्व निरीक्षक श्रवणसिंह, कनिष्ठ तकनीकी सहायक मुदित तिवारी व शाखा लिपिक विजेता को लगाया हैं। वहीं उपायुक्त मुख्यालय राकेश कुमार शर्मा को वार्ड संख्या 31 से 55 और 71 में प्राधिकृत अधिकारी लगाया हैं।
उनके साथ टीम में राजस्व निरीक्षक निरंजन चौधरी, कनिष्ठ तकनीकी सहायक अंकित बेदा व शाखा बाबू विजेता को लगाया है। उपायुक्त द्वितीय आकांक्षा बैरवा को वार्ड संख्या 56 से 70 और 72 से 80 वार्ड के लिए प्राधिकृत अधिकारी लगाया हैं। उनके साथ टीम में राजस्व निरीक्षक रवि खन्ना, कनिष्ठ तकनीकी सहायक माया व तेजेवेंद्रसिंह को लगाया गया हैं।
उपायुक्त व राजस्व अधिकारी तैयार करेंगे मौका निरीक्षण की रिपोर्ट
सर्वे के दौरान ऐसे प्रकरणों की मौका निरीक्षण रिपोर्ट उपायुक्त या राजस्व अधिकारी तैयार करेंगे। निगम दक्षिण में लगे पुलिस निरीक्षक माणकराम विश्नोई उपायुक्त से समन्वय स्थापित करते हुए उनके निर्देशन में कार्य करेंगे। आयुक्त ने निगम दक्षिण में ऐसे निर्माण व अतिक्रमण वार्ड 1 से 40 आशीष चांवरिया तथा 41 से 80 में दिनेश कल्ला को आवंटित कर संबंधित उपायुक्त के निर्देश पर कार्रवाई करने के लिए पाबंद किया हैं। ऐसे प्रकरणों में तकनीकी विचलन की जांच कनिष्ठ तकनीकी सहायक या राजस्व अधिकारी/निरीक्षण करेंगे।
माैका निरीक्षण के बाद उपायुक्त ही देखेंगे कि काैनसा निर्माण सीज करने लायक हैं। वे परामर्श के बाद उस निर्माणाधीन इमारत काे सीज करेंगे। सीज मुक्त करने का प्रस्ताव भी उपायुक्त के माध्यम से आएगा ताे उस पर नियमानुसार कार्रवाई हाेगी।
– अरुण कुमार पुराेहित, आयुक्त, नगर निगम दक्षिण
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