प्रदेश में बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामले वेबसाइट हैकिंग एवं जटिल साइबर क्राइम साइबर थानों में होगा दर्ज
स्टाफ रिपोर्टर—शिमला
प्रदेश के साइबर पुलिस थानों में अब साइबर क्राइम के मामलों में जीरो एफआईआर दर्ज की जाएगी। साइबर अपराध के मामलों का तुरंत एफआईआर पंजीकृत करने के लिए जीरो एफआईआर पंजीकृत करके संबंधित थाना को प्रेषित की जाएगी, ताकि समय रहते साइबर ठगों द्वारा ठगी गई राशि को रुकवाया जा सके और साइबर ठगी के मामलों में तुरंत कार्रवाई की जा सके। वर्तमान समय में साइबर अपराध की घटनाओं में पूरे भारत वर्ष में बढ़ोतरी हुई है और हिमाचल प्रदेश में भी इस अपराध से अछूता नहीं है। हिमाचल प्रदेश में भी हर वर्ष साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। साइबर अपराध की रिपोर्टिंग पीडि़त लोग भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल 222.ष्4ड्ढद्गह्म्ष्ह्म्द्बद्वद्ग.द्दश1.द्बठ्ठ एवं टोल फ्री नंबर 1930 व अन्य साधनों से करते हैं। साइबर अपराध के मामलों का तुरंत एफआईआर पंजीकृत करने के लिए जीरो एफआईआर पंजीकृत करके संबंधित थाना को प्रेषित की जा रही है।
साइबर क्राइम पर कसेगी लगाम
एसपी साइबर क्राइम रोहित मालपानी का कहना है कि हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कृतसंकल्प है एवं सभी घटित अपराधों पर प्राथमिकी दर्ज करके प्रभावी अन्वेषण करने का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जीरो एफआईआर पंजीकृत करने की प्रक्रिया इसी माह से शुरू की गई है, ताकि समय रहते साइबर ठगों द्वारा राशि को रुकवाया जा सके और साइबर क्राइम की वारदातों में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
इसी महीने से शुरू होगी कार्रवाई
साइबर थानों के दक्षीणी खंड साइबर अपराध थाना शिमला, केंद्रीय खंड साइबर अपराध थाना मंडी, उत्तरी खंड साइबर अपराध थाना धर्मशाला में अधिक राशि की ठगी, राज्य सरकार की वेबसाइट हैकिंग एवं जटिल साइबर अपराध और पांच लाख से अधिक ठगी के मामले पंजीकृत किए जाएंगे। जीरो एफआईआर पंजीकृत करने की प्रक्रिया इसी माह प्रारंभ की गई है, जो अब तक दस एफआईआर दर्ज करके संबंधित थाना को प्रेषित की गई है।
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