नई दिल्ली: फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) का टीजर आने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। इसमें राम, रावण और हनुमान को जिस तरह से प्रस्तुत किया गया है, उस पर लोगों ने आपत्ति जताई है। खासतौर से रावण (Ravana) और हनुमान (Hanuman) का किरदार लोगों को बिल्कुल रास नहीं आया है। रामानंद सागर की रामायण (Ramayana) देख चुके लोगों को आदिपुरुष के किरदार फूटी आंख नहीं सुहाए हैं। फिल्म के पक्ष में जहां कुछ लोग क्रिएटिव फ्रीडम की दुहाई देने में लगे हैं तो दूसरों का कहना है कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने कहा है कि पूरा क्रिएटिव फ्रीडम क्या हिंदू धर्म के लिए ही है। दूसरों पर यही किया जाए तो रहना दूभर हो जाएगा। वहीं, बीजेपी नेता संगीत सोम (Sangeet Som) ने इसके पीछे सोची-समझी साजिश का आरोप लगाया है। इस बीच ट्विटर पर लगातार फिल्म को बहिष्कार करने की मुहिम तेज होती जा रही है।
आदिपुरुष के टीजर ने लोगों को निराश किया है। जिस तरह से फिल्म में किरदारों को पेश किया गया है, लोगों को वो रत्तीभर नहीं सुहाए हैं। टीजर आने के बाद से ही फिल्म विवादों में पड़ गई है। ओम राउत की फिल्म रिलीज होने से पहले ही सवालों के अंबार पर खड़ी है। लोगों को छपरी हेयरस्टाइल और लंबी दाढ़ी वाला रावण खास तौर से अच्छा नहीं लगा है। फिल्म में रावण का किरदार सैफ अली खान ने निभाया है। इसी तरह हनुमान को भी जिस तरह की दाढ़ी में दिखाया गया है वो भी लोगों को नहीं सुहाया है। राम के रूप में प्रभास को भी लोगों ने खारिज किया है। फिल्म में कॉस्ट्यूम्स और प्रॉप्स पर भी सवाल खड़े हुए हैं। खड़ाव की जगह फैशनेबल सैंडल और कई जगह चमड़े जैसी चीजों के इस्तेमाल पर लोगों की तुरंत नजर गई है। राम, रावण और हनुमान को जैसे पहले देखा और दिखाया गया है, फिल्म में उसके सबकुछ उलट है। हालांकि, कुछ फिल्ममेकर ने कहा है कि जब लोगों ने रावण को देखा ही नहीं कि वो कैसे दिखते हैं तो हंगामा किस बात का है। यह उनकी क्रिएटिव फ्रीडम को छीनने जैसा है। Adipurush Controversy: आदिपुरुष फिल्म ने बनाया हिंदू धर्म का मजाक, नहीं होने देंगे रिलीज, विहिप का ऐलान
क्या सारा क्रिएटिव फ्रीडम हिंदू धर्म के लिए है? अब कई बीजेपी नेताओं ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इनमें उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम रहे दिनेश शर्मा और बीजेपी नेता संगीत सोम शामिल हैं। दिनेश शर्मा ने फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग इस तरह की क्रिएटिव फ्रीडम की बात करते हैं वो मंदबुद्धि हैं। पढ़े-लिखे होने के बावजूद उनमें संवेदनहीनता है। नास्तिक होना अलग बात है। लेकिन, नास्तिक होने के साथ लोगों की आस्था का उपहास उड़ाना यह पूरी तरह गलत है। जो लोग भी इस तरह का बयान देते हैं, उनसे पूछना चाहिए कि क्या वो सिर्फ हिंदू धर्म के लिए क्रिएटिव फ्रीडम रखते हैं। आप दूसरे धर्म के लिए ऐसा क्रिएटिव फ्रीडम लीजिए आपका रहना दूभर हो जाएगा। इस प्रकार की चीजें बिल्कुल नहीं करना चाहिए। अगर आप तोड़मरोड़ कर चीजों को पेश करेंगे तो यह ठीक नहीं है। इससे बचना चाहिए।
Adipurush Release: आदिपुरुष को नहीं होने देंगे रिलीज, घिनौनी सोच को सिखाएंगे सबक- बीजेपी MLA राम कदम की धमकी
खान बंधु जानबूझकर करते हैं ऐसी फिल्में
बीजेपी नेता संगीत सोम ने भी फिल्म पर तीखी प्रतिक्रिया दी। इसके लिए उन्होंने सैफ अली खान को सीधे कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने पूछा कि आखिर खान बंधु ही ऐसी फिल्मों को क्यों करते हैं। चाहे सैफ अली खान हों या आमिर खान ये एक धर्म विशेष को टारगेट करते हैं। इसके पीछे सोची-समझी प्लानिंग होती है। सोम बोले कि वह कतई नहीं चाहेंगे कि इस तरह की फिल्में भारत में बननी और चलनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून पर भी बातचीत की। क्या उन्हें एक वर्ग विशेष से दिक्कत है? इस पर सोम ने कहा कि जब एक वर्ग विशेष ही हर वो काम कर रहा हो जिससे देश में समस्या पैदा हो रही हो तो क्या बोलना नहीं चाहिए। उन्होंने इसके पक्ष में आतंकवाद, गरबा प्रकरण और सिर कलम करने की घटनाओं का उल्लेख किया।
इस बारे में चर्चा post