- संस्थान की सेवाएं कोयला उद्योग और मंत्रालय के लिए महत्वपूर्ण : सरन
रांची। सीएमपीडीआई ने ‘कोल इंडिया स्थापना दिवस का समापन-सह-पुरस्कार वितरण समारोह 11 नवंबर को मनाया। समारोह के मुख्य अतिथि सीएमपीडीआई के पूर्व अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एस सरन ने कोल इंडिया एवं सीएमपीडीआई के साथ अपने संबंध की जानकारी दी। भारतीय कोयला खनन उद्योग में बदलती परिस्थितियों में सीएमपीडीआई की चुनौती, अवसर, संभावना और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से बताया।
सरन ने कहा कि सीएमपीडीआई की सेवाएं कोयला मंत्रालय और कोयला उद्योग के लिए महत्वपूर्ण हैं। गैर कोयला क्षेत्र में सीएमपीडीआई के व्यवसाय के विविधिकरण, कैप्टिव खानों के लिए परामर्श, 2डी और 3डी सिस्मिक प्रौद्योगिकियों का व्यापक उपयोग, स्वच्छ कोयला टेक्नोलॉजी, पर्यावरण सेवाओं, कोयला गैसीकरण और यूएवी के अनुप्रयोग आदि पर बल दिया। उन्होंने थ्री डी यानी डेडिकेशन, डिस्पिलीन और डिसिजन के महत्व को बताया। सभी से भारत को समृद्ध बनाने में मदद करने का आग्रह किया।
सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने भविष्य की चुनौती एवं बदलावों के मद्देनजर रणनीतिक कदम के तहत वर्तमान बिजनेस प्लानिंग, श्रमशक्ति, मशीन्स एवं पूंजी का अध्ययन कर क्षमता बढ़ाने के उपाय, कोयले और खनिज के परिदृश्य पर विचार करने की जरूरत पर बल दिया। इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए पोटेशिंल बिजनेस प्रॉस्पेक्ट्स को पूरा करने, नामी बिजनेस सलाहकार को शामिल करने, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मामले को अध्ययन करने एवं व्यापार अवसरों को ध्यान में रखकर सीएमपीडीआई की भविष्य की रणनीति के लिए एक रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
परामर्शी संस्था सीएमपीडीआई का सबसे मूल्यवान संसाधन वर्षों से विभिन्न विभागों में कार्यरत अनुभवी श्रमशक्ति है। हमें गर्व है कि देश में हमारे जैसा कोई अन्य संगठन नहीं है, जिसके पास देश की अधिकांश कोयला खदानों की योजना बनाने एवं इससे संबंधित कार्यों का इतना विस्तृत अनुभव है। आज कोयला खनन क्षेत्र तेजी से व्यावसायीकरण की दिशा में अग्रसर है। निजी खिलाड़ी इसमें भाग ले रहे हैं।
सीएमपीडीआई को कोयला खदान प्लानिंग एंड डिजाइन में 48 वर्षों की अपनी विशाल विशेषज्ञता के साथ इस क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। अन्य निजी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्द्धा में बने रहने के लिए हमारा कर्तव्य है कि हम नवीनतम तकनीकी पर पैनी नजर रखते हुए उसे अंगीकार करें। उसी के अनुरूप अपनी दक्ष श्रमशक्ति तैयार करें। सीएमपीडीआई में आईआईटी, एनआईटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से शिक्षित/प्रशिक्षित लोग संस्था का आधार-स्तम्भ हैं। उन्होंने संबंधित क्षेत्रों में अपने ज्ञान को तलाशने, बढ़ाने और कंपनी को मजबूत करने के लिए तालमेल बैठाने की अपील की।
समारोह में सीएमपीडीआई के कर्मियों को उनके कार्यक्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। अधिकतम उत्पादकता वाले सर्वोत्तम ड्रिलिंग कैंप (मेकनिकल ड्रिल्स) के लिए गौरांगडी, क्षेत्रीय संस्थान-1 और हाइड्रोस्टैटिक ड्रिल के लिए सिंहपुर, क्षेत्रीय संस्थान-5 को पुरस्कार दिया गया। सर्वोत्तम ड्रिल क्रिउ के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5 के सिंहपुर कैंप के ड्रिल सं0-सीएमडीएम-1000-13 (मेकनिकल ड्रिल) एवं ड्रिल सं0-सीएमकेआर-डब्ल्यूए-3सी-08 (हाइड्रोस्टैटिक ड्रिल) के क्रिउ को अधिकतम उत्पादकता के लिए सम्मानित किया गया।
बेहतरीन रिपोर्ट बनाने की श्रेणी में ओपेनकास्ट प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर के बादल मन्ना, जबकि ढांचागत प्लानिंग के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर के विपुल बंसल, क्षेत्रीय संस्थान-7 के टीके दास एवं मुख्यालय के नवीन कुमार, जियोलॉजिकल रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-7, भुवनेश्वर के रमेश कुमार थियागराजन एवं उनकी टीम, पर्यावरणीय सेवाओं के लिए प्रतीष वी पारोलिकल एवं बाह्य परामर्शी सेवाओं (अधिकतम मूल्य) के लिए मुख्यालय के बीडीडी, गवेषण एवं क्षेत्रीय संस्थान-1, आसनसोल, जबकि बाह्य परामर्शी सेवाओं (अधिकतम वृद्धि) के लिए महाप्रबंधक (पर्यावरण)-मुख्यालय को सम्मानित किया गया। जियोमेटिक सेवाओं के अंतर्गत राजस्व सृजन करने के लिए क्षेत्रीय निदेशक, क्षेत्रीय संस्थान-6, सिंगरौली एवं उनकी टीम को पुरस्कार प्रदान किया गया।
लैब सेवाओं में राजस्व में वृद्धि के लिए विभागाध्यक्ष (पर्यावरण), क्षेत्रीय संस्थान-5-बिलासपुर, बिक्री में अधिकतम वृद्धि के लिए क्षेत्रीय संस्थान-1, आसनसोल के विभागाध्यक्ष (पर्यावरण), खेल क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पीके बिशोई, बी राजू एवं विश्वरंजन राय को पुरस्कृत किया गया। सुरक्षा/बहादुरी के क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए उपेन्द्र कुमार सिंह को सम्मानित किया गया।
उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए मलय कृष्ण साहु (गवेषण सेवाएं) एवं श्रीमती गुरल्ला तेजस्वनी (वित्तीय सेवाएं), युवा अधिकारी वर्ग में प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स के लिए आदित्या तेलांग, सैप इंप्लीमेंटेशन के लिए राम निवास टक, आरआई-4 के पर्यावरण के वार्षिक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संदीप शर्मा, सीएसआर लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सुश्री प्रियंका तिवारी, हाइड्रो-जियोलॉजिकल बनाने के लिए राहुल कर्की, एनएलसी एवं नॉन-सीआईएल के मेगा प्रोजेक्ट्स तैयार करने के लिए डॉ प्रितम विश्वास एवं गोपालपुर कैंप में स्वैच्छिक रूप से योगदान देने के लिए मानश्विनी रथ को पुरस्कृत किया गया।
इनोवेशन श्रेणी में जियोटेक लैब की स्थापना में बेहतर कार्य करने के लिए श्रवण कुमार गारा, सैप-फिको मॉड्यल के लिए शुभेन्दु बनर्जी, स्वायल मॉयश्चर कंजरवेशन रिपोर्ट के लिए डीपी सिंह एवं उनकी टीम, कार्बन फुटप्रिंट एनालाइसिस के लिए डॉ विनीता और उनकी टीम एवं एरियल सर्वेइंग के क्षेत्र में ड्रोन टेक्नोलॉजी का अनुप्रयोग के लिए रजनीश कुमार एवं उनकी टीम, सीएसआर में क्षेत्रीय निदेशक-1 और 4 एवं उनकी टीम, स्पेशल एचीवमेंट अवार्ड-वीएन दुपट्टावाला, दीपांकर भट्टाचार्जी एवं उनकी टीम, बीके पाण्डेय, आशीष रंजन, आरके अमर एवं उनकी टीम को प्रदान किया गया।
स्पेशल कंट्रीब्यूशन अवार्ड के श्रेणी में अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल करने के लिए रजनीश कुमार, पुष्कर, प्रितम कुमार प्रसाद, उज्ज्वल चटर्जी, अर्जुन हेम्ब्रम, शांतनु कुमार बनर्जी, सुश्री जेबा इमाम, डी भट्टाचार्जी, अभिजीत सिन्हा, रवीन्द्र नाथ सिंह एवं वी मधुकर को सम्मानित किया गया।
गैर अधिकारी वर्ग में समर्पित सेवा प्रदान करने के लिए श्रीमती दीपान्विता बिन, सत्येन्द्र सिंह, कौशिक विश्वास, शुभम मंडल एवं स्वराज सौरभ को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) आरएन झा, निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) एसके गोमास्ता, निदेशक (तकनीकी/ईएस) शंकर नागाचारी, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार, मुख्य सतर्कता अधिकारी सुमीत कुमार सिन्हा, वरीय सलाहकार (माइनिंग) एके राणा, सभी क्षेत्रीय निदेशक, महाप्रबंधक, जेसीसी सदस्य एवं सीएमओएआई के प्रतिनिधि उपस्थित थे। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्जवलन एवं कोल इंडिया गान से हुआ।
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